Western Railway won five shields: अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 में पश्चिम रेलवे ने जीते पांच दक्षता निष्पादन शील्ड
Western Railway won five shields: पश्चिम रेलवे ने सर्वाधिक दक्षता शील्ड हासिल की है
68वें रेल सप्ताह केन्द्रीय समारोह- अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार-2023 में पश्चिम रेलवे ने जीते पांच दक्षता निष्पादन शील्ड
अहमदाबाद, 14 दिसंबर: Western Railway won five shields: 68वें रेल सप्ताह केन्द्रीय समारोह- अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार (AVRSP)-2023 का आयोजन शुक्रवार,15 दिसंबर, 2023 को भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में किया जाएगा। इस अवसर पर वर्ष 2022-23 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जोनल रेलवे को विभिन्न दक्षता शील्ड के साथ-साथ अधिकारियों/कर्मचारियों को व्यक्तिगत पुरस्कार अर्थात अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस समारोह के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन मानदंडों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जोनल रेलवे को दक्षता शील्ड प्रदान की जाती है।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र के दूरदर्शी नेतृत्व, कुशल मार्गदर्शन और ऊर्जावान प्रेरणा के अंतर्गत इस वर्ष पश्चिम रेलवे ने पांच श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पांच राष्ट्रीय दक्षता निष्पादन शील्ड प्राप्त की हैं। विभिन्न श्रेणियों में कुल 21 दक्षता शील्ड में से पश्चिम रेलवे को बिक्री प्रबंधन और रेलमदद के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय दक्षता शील्ड प्राप्त हुई है। पश्चिम रेलवे ने यातायात परिवहन शील्ड (दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के साथ संयुक्त रूप से), लेवल क्रॉसिंग और रोड ओवर/अंडर ब्रिज सेफ्टी वर्क्स शील्ड (पूर्व मध्य रेलवे के साथ संयुक्त रूप से) और भंडार शील्ड (मध्य रेल के साथ संयुक्त रूप से) भी हासिल की है। यह भी उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे पांच दक्षता शील्ड प्राप्त करने वाला एकमात्र जोनल रेलवे है और तालिका में सबसे आगे है। ये प्रतिष्ठित शील्ड रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा संबंधित प्रमुख विभागाध्यक्ष (PHOD) के साथ महाप्रबंधक को प्रदान की जाएंगी। मिश्र ने इस असाधारण उपलब्धि के लिए पश्चिम रेलवे की पूरी टीम को बधाई दी और उन्हें भविष्य में भी इस गति को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
पश्चिम रेलवे ने शानदार प्रदर्शन और मामलों के त्वरित समाधान के लिए ‘रेल मदद शील्ड’ भी जीती है। पश्चिम रेलवे ने बेहतर सेवाएं देने और अपने उपयोगकर्ताओं की शिकायतों का सबसे कुशल तरीके से समाधान करने के लिए सक्रिय रूप से कई कदम उठाए हैं। औसत निपटान समय में यह हमेशा सबसे आगे रही है, जो वर्ष 2019-2020 में 1 घंटे और 42 मिनट से घटकर 2020-2021 में 58 मिनट हो गया है, साथ ही वर्ष 2021-2022 में घटकर 21 मिनट और वर्ष 2022-2023 में उल्लेखनीय रूप से 16 मिनट हो गया है। अपने सराहनीय प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए पश्चिम रेलवे ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष तीन जोन में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है।
पश्चिम रेलवे ने अपने लगातार प्रयासों और “मिशन जीरो स्क्रैप” के तहत अपने सभी रेलवे प्रतिष्ठानों और इकाइयों को स्क्रैप-मुक्त बनाने की प्रतिबद्धता के लिए वर्ष 2022-23 के लिए बिक्री प्रबंधन शील्ड हासिल की है। वर्ष 2022-23 के दौरान पश्चिम रेलवे ने वार्षिक लक्ष्य 310 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभग 562 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की। पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2022-23 के लिए भंडार शील्ड भी हासिल की है। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब भंडार शील्ड पश्चिम रेलवे को मिला है। यह शील्ड पश्चिम रेलवे के सामग्री प्रबंधन विभाग के असाधारण प्रदर्शन के कारण प्राप्त हुआ है। उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण पश्चिम रेलवे ने सुरक्षित ट्रेन परिचालन के लिए वस्तुओं की 100% उपलब्धता, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आपूर्ति श्रृंखला का डिजिटलीकरण और अखिल भारतीय आधार पर थर्ड पार्टी निरीक्षण मॉड्यूल के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन जैसे विभिन्न मानदंडों में शीर्ष स्थान हासिल करने में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में 108 मिलियन टन से अधिक का सर्वश्रेष्ठ माल लदान हासिल करने में असाधारण प्रदर्शन के कारण पश्चिम रेलवे को यातायात परिवहन शील्ड से सम्मानित किया गया है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23% अधिक है। इस उपलब्धि के साथ पश्चिम रेलवे ने पहला गैर-कोयला बेल्ट जोनल रेलवे होने के गौरव के साथ भारतीय रेल के 100 मिलियन टन क्लब में प्रवेश किया। साथ ही 20 मिलियन टन से अधिक की इंक्रिमेंटल माल लदान सभी जोनल रेलवे में सर्वाधिक है। पश्चिम रेलवे के माल लदान बास्केट में कोयला, कंटेनर, उर्वरक आदि जैसी विविध वस्तुएं शामिल हैं, जिनमें कोयले की हिस्सेदारी केवल 15% है। निरंतर प्रयासों के कारण पश्चिम रेलवे ने माल लदान बास्केट में नई वस्तुओं को जोड़ने के साथ-साथ उस यातायात को भी पुनः प्राप्त कर रहा है जो कभी अन्य साधनों से खो गया था।
वर्ष 2022-23 के दौरान सड़क संरक्षा कार्यों में सराहनीय कार्य के कारण पश्चिम रेलवे को लेवल क्रॉसिंग और रोड ओवर/अंडर ब्रिज संरक्षा कार्य प्रदान किया गया है। वर्ष 2022-23 में लेवल क्रॉसिंग की “फाटक मुक्ति अभियान” के तहत पश्चिम रेलवे ने 171 फाटकों को स्थायी रूप से बंद कर दिया है। पश्चिम रेलवे ने न केवल ब्रॉड गेज पर लेवल क्रॉसिंग को बंद करने के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए लक्ष्य को हासिल किया, बल्कि पूरे भारतीय रेल में शीर्ष स्थान पर रही। स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग पर अर्थात मुंबई और दिल्ली के बीच 42 लेवल क्रॉसिंग बंद किए गए हैं (130 में से), जिससे रेलवे द्वारा गति को 130 किमी प्रति घंटे से 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने में मदद मिलेगी। लेवल क्रॉसिंग को स्थायी रूप से बंद करने से इन स्थानों पर दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिली है, साथ ही ट्रेनों की गति में वृद्धि हुई है और समयपालनता बनाए रखी गई है। पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2022-23 में 35 रोड ओवर ब्रिज (ROB) का भी निर्माण किया, जो भारतीय रेल में सर्वाधिक है। इसी तरह, 80 रोड अंडर ब्रिज (RUB) का निर्माण किया गया है। इन सड़क संरक्षा उपायों के परिणामस्वरूप सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए परेशानी मुक्त यात्रा के साथ-साथ ट्रेनों, विशेषकर मालगाड़ियों की आवाजाही में तेजी आई है।
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