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PM modi inaugurated shri mahakal lok: प्रधानमंत्री ने किया श्री महाकाल लोक का लोकार्पण, कही यह बातें…

PM modi inaugurated shri mahakal lok: उज्जैन वो नगर है जो हमारी पवित्र सात पुरियों में से एक गिना जाता हैं: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 11 अक्टूबरः PM modi inaugurated shri mahakal lok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी उनके साथ उपस्थित रहे। लोकार्पण का वीडियो भी सामने आया हैं। इस वीडियो में धागे से बने विशाल शिवलिंग के भव्य दर्शन किए जा सकते हैं। वहीं पीछे पंडित मंत्रों का पाठ कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री ने श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की थी। शाम के समय जलाभिषेक नहीं होता इसलिए पीएम सिर्फ पूजा करके और महाकाल का आशीर्वाद लेकर आगे बढ़े। प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर का लोकार्पण करने के बाद उज्जैन की ये उर्जा, ये उत्साह, अवंतिका की ये आभा, ये अद्भुतता, ये आनंद, महाकाल की ये महिमा, ये महात्म्य महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं हैं।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा हैं। बल्कि यह भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा हैं। उज्जैन, वो नगर है जो हमारी पवित्र सात पुरियों में से एक गिना जाता हैं। यह वो नगर है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने भी आकर शिक्षा ग्रहण की थी। उज्जैन ने महाराज विक्रमादित्य का वो प्रताप देखा है, जिसने भारत के नए स्वर्णकाल की शुरुआत की थी।

उन्होंने यह भी कहा कि उज्जैन के क्षण-क्षण में इतिहास सिमटा हुआ है, कण-कण में आध्यात्म समाया हुआ है और कोने-कोने में ईश्वरीय उर्जा संचारित हो रही हैं। उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि का, ज्ञान और गरिमा का, सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया हैं।

उन्होंने कहा मैं मानता हूं हमारे ज्योतिलिंगों का ये विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास हैं। भारत के ज्ञान और दर्शन का विकास हैं। भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा हैं।

मंदिर में पूजा करते हुए प्रधानमंत्री…

जानें क्या है महाकाल लोक…

बता दें कि महाकाल लोक के कॉरिडोर की लंबाई 900 मीटर से अधिक हैं। इस परियोजना में महाकाल पथ में बलुआ पत्थर से 108 स्तंभ बनाए गए हैं। ये भगवान शिव के तांडव स्वरूप को दर्शाते हैं। 2.5 हेक्टेयर में फैला प्लाजा क्षेत्र कमल केे तालाब से घिरा हुआ हैं। इसमें फव्वारे के साथ शिव की मूर्ति भी स्थापित हैं।

इसके अलावा महाकाल पथ के किनारे भगवान शिव के जीवन को दर्शाने वाली कई मूर्तियाँ भी स्थापित की गई हैं। पथ के साथ भित्ति दीवार चित्र शिव पुराण की कहानियों पर आधारित हैं, जिनमें गणेश का जन्म, सती और दक्ष कहानियाँ आदि शामिल हैं। पूरे परिसर की चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी।

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