G 20

India took over the presidency of G-20: भारत ने औपचारिक रूप से संभाली जी-20 की अध्यक्षता

  • ​सैंड आर्ट और हॉर्नबिल फेस्टिवल में भी दिखी जी-20 की झलक
  • विदेश मंत्री ने वैश्विक नेताओं को सटीक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा

India took over the presidency of G-20: ​देशभर के 75 विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं छात्रों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा

नई दिल्ली, 01 दिसंबरः India took over the presidency of G-20: भारत ने आज औपचारिक रूप से दुनिया के सबसे शक्तिशाली एवं आर्थिक तौर पर संपन्न देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता संभाल ली। इस अवसर पर चाणक्यपुरी स्थित सुषमा स्वराज भवन में स्थापित जी-20 सचिवालय में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें देशभर के 75 विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

जी-20 सचिवालय के सभागार में मौजूद 100 से अधिक छात्र-छात्राओं के अलावा देशभर के विभिन्न सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों के हजारों छात्र, प्रोफेसर और कुलपति वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।

कार्यक्रम में हिस्सा लेने जी-20 सचिवालय पहुंचे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने छात्रों के विभिन्न सवालों के जवाब दिए। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से जुड़े छात्रों के सवालों के भी विस्तृत जवाब दिए। जयशंकर के साथ ही जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला, जी-20 शेरपा अमिताभ कांत और यूजीसी के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने भी मंच साझा किया।

जी-20 के रंग में रंगे दिखे छात्र

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जी-20 के लोगो वाली टी-शर्ट, टोपी और बैच पहने कार्यक्रम में पहुंचे छात्र पूरी तरह से जी-20 के रंग में रंगे दिखाई दिए। जी-20 सचिवालय में कई जगहों पर छात्रों के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाए गए थे, जहां उन्होंने जी-20 के लोगो और तिरंगे के साथ फोटो क्लिक कराई। छात्रों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ फोटो क्लिक कराने की गुजारिश की तो मंत्री ने उन्हें नाराज नहीं किया और उनके साथ सेल्फी ली। अलग-अलग समूहों में बंटे छात्र जी-20 में भारत की भूमिका पर डिबेट भी करते नजर आए।

जयशंकर ने कहा- वैश्विक नेता दें सटीक मुद्दों पर ध्यान

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जी-20 दुनिया की वित्तीय, आर्थिक और विकास चुनौतियों को संबोधित करने के लिए समर्पित प्रमुख समूह है। इस कठिन समय में महत्वपूर्ण है कि विश्व के नेता सही मुद्दों पर ध्यान दें, जो विशेष रूप से दुनिया के अधिक कमजोर वर्गों को प्रभावित करते हैं। जयशंकर ने कहा कि दशक के अंत तक भारत सबसे अधिक आबादी वाला देश होगा और हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।

पीएम मोदी ने एकता की सार्वभौमिक भावना को बढ़ाने पर दिया जोर

जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता दुनिया में एकता की सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने की ओर काम करेगी। इसलिए हमारी थीम – ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ है। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘सामूहिक निर्णय लेने की सबसे पुरानी ज्ञात परंपराओं वाली सभ्यता होने के नाते भारत दुनिया में लोकतंत्र के मूलभूत डीएनए में योगदान देता है।

लोकतंत्र की जननी के रूप में भारत की राष्ट्रीय सहमति किसी फरमान से नहीं, बल्कि करोड़ों स्वतंत्र आवाजों को एक सुरीले स्वर में मिला कर बनाई गई है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि हम जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और महामारी जैसी जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान आपस में लड़कर नहीं, बल्कि मिलकर निकाला जा सकता है।

भारत के पास अनूठा अवसर

एक साल की इस अध्यक्षता के दौरान भारत के पास अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का अनूठा अवसर होगा। भारत अपनी अध्यक्षता में अगले साल 9 और 10 सितंबर को जी-20 के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत देश के 55 स्थानों पर 32 विभिन्न सेक्टरों में 200 से अधिक बैठकों का आयोजन करेगा। औपचारिक रूप से अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद पहली बैठक 4-7 दिसंबर को उदयपुर में होगी।

भारत पर टिकी दुनिया की निगाहें

कोविड महामारी के प्रतिकूल प्रभावों और यूक्रेन युद्ध परिणामों को महसूस करने वाले विकासशील देशों को भारत की अध्यक्षता से बहुत उम्मीदें हैं। उन्हें लगता है कि युद्ध के चलते खाद्य वस्तुओं और ऊर्जा आयात की बढ़ती लागत से उनकी अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को भारत की अध्यक्षता में आवाज मिलेगी और उनकी परेशानियां सुनी जाएंगी।

जगमग होंगे विश्व धरोहर स्थल, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

भारत के जी-20 की अध्यक्षता संभालने के साथ ही एक सप्ताह के लिए देशभर में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों समेत केंद्र सरकार द्वारा संरक्षित 100 स्मारकों को रोशनी से जगमग किया जाएगा। इन पर लाइट्स के जरिए जी-20 का लोगो भी दर्शाया जाएगा। इन स्मारकों में दिल्ली में हुंमायू का मकबरा व पुराना किला, गुजरात में मोढेरा सूर्य मंदिर, ओडिशा का सूर्य मंदिर, कोलकाता में मेटकाफ हॉल व मुद्रा भवन, कर्नाटक में टीपू सुल्तान का महल, बिहार में शेरशाह सूरी का मकबरा और मध्य प्रदेश में सांची बौद्ध स्मारक व ग्वालियर का किला शामिल हैं। उच्च स्तर के गणमान्य व्यक्ति और प्रतिनिधि विभिन्न केंद्रीय संरक्षित स्मारकों का दौरा करेंगे। इस अवसर पर देश के स्मारकों को दुनियाभर के सामने उजागर करने का सुनहरा मौका है, जिससे भारत के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

सैंड आर्ट के जरिए प्रदर्शित किया गया जी-20 लोगो

ओडिशा के कोणार्क में आयोजित किए जा रहे इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल (अंतरराष्ट्रीय रेत कला महोत्सव) में भी जी-20 के लोगो और थीम का प्रदर्शन किया गया। चंद्रभागा समुद्र तट पर बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटक इस खूसबूरत प्रदर्शनी के गवाह बने। विश्व विख्यात सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने इस पल को देश के लिए गौरव बताया।

हॉर्नबिल फेस्टिवल में भी दिखाई दी जी-20 की झलक

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नागालैंड की राजधानी कोहिमा के किसामा हेरिटेज विलेज में गुरुवार को शुरू हुए 10 दिवसीय हॉर्नबिल फेस्टिवल में भी जी-20 की झलक दिखाई दी। कार्यक्रम का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। स्थानीय जनजाति द्वारा हर वर्ष मनाए जाने वाले इस विख्यात महोत्सव में सैकड़ों लोगों ने मौजूदगी दर्ज कराई।

जी-20 विषय पर स्कूली बच्चों ने लिखा निबंध

कॉलेज छात्रों के अलावा देशभर के विभिन्न स्कूलों में जी-20 के विषय पर निबंध, क्विज और डिबेट प्रतियोगिया भी कराई गई। इस दौरान छोटे बच्चों को जी-20 के बारे में साधारण जानकारी के अलावा इसके महत्व के बारे में भी बताया गया।

गौरतलब है कि भारत गुरुवार से एक महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्षता भी संभाल रहा है। 15 सदस्यीय परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान पिछले वर्ष अगस्त के बाद भारत दूसरी बार यह अध्यक्षता संभालेगा।

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर माह की शुरुआत में भारत की अध्यक्षता में जी-20 का लोगो, थीम और वेबसाइट लॉन्च की थी। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए जी-20 एक प्रमुख मंच है, जो वैश्विक जीडीपी का 85 प्रतिशत, दुनियाभर के कारोबार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।

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