Foreign Minister statement in parliament: यूक्रेन-रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर कल संसद में बयान देंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर
Foreign Minister statement in parliament: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद पर भारत का रुख भी स्पष्ट करेंगे
नई दिल्ली, 14 मार्चः Foreign Minister statement in parliament: यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चरम सीमा पर पहुंच गया हैं। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर कल यूक्रेन में जारी युद्ध और ‘ऑपरेशन गंगा’ को लेकर संसद में बयान (Foreign Minister statement in parliament) देंगे। इस दौरान वह इस मुद्दे पर भी बात करेंगे कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस विवाद में भारत का रुख क्या है।
ऑपरेशन गंगा के तहत भारत ने बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के कुछ नागरिकों को भी यूक्रेन से निकाला है। इस दौरान बसों और ट्रेनों के जरिए भारतीयों को यूक्रेन के पश्चिमी सीमाओं तक लाया गया और वहां से उन्हें विमान से भारत के लिए रवाना किया गया। भारत ने युद्धग्रस्त यूक्रेन के विभिन्न शहरों से अपने नागरिकों को बाहर निकालने में मदद करने के लिए यूक्रेन, रूस और रेडक्रॉस का आभार व्यक्त किया। विदेश मंत्री (Foreign Minister statement in parliament) ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में खास तौर पर यूक्रेन के उत्तर पूर्वी शहर सूमी से भारतीय छात्रों की निकासी का उल्लेख किया जो ‘बेहद चुनौतीपूर्ण’ था।
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उन्होंने ‘ऑपरेशन गंगा’अभियान के तहत भारतीय नागरिकों को देश वापस लाने में ‘अभूतपूर्व सहयोग’ के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और माल्दोवा को भी धन्यवाद दिया। जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर शुरू किए गए ‘ऑपरेशन गंगा’ ने नेतृत्व और प्रतिबद्धता दोनों को प्रदर्शित किया और इस उद्देश्य की पूर्ति में सहयोग के लिए सभी के प्रति हम आभार प्रकट करते हैं।
रविवार को राज्यसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि उनकी पार्टी बजट सत्र में यूक्रेन से लौटने वाले मेडिकल छात्रों की चिंताओं को उठाएगी। केंद्र सरकार ने 24 फरवरी को रूस के हमले का सामना कर रहे देश यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों को वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की थी।