Plane Crash Update: विमान दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के कानूनी उत्तराधिकारियों के लिए हेल्प डेस्क शुरू किए गए
15 जून अहमदाबाद विमान दुर्घटना अपडेट(Plane Crash Update)
विमान दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के कानूनी उत्तराधिकारियों को बीमा/दावे की सहायता चुकाने के लिए हेल्प डेस्क शुरू किए गए
जिला प्रशासन द्वारा बीमा भुगतान में सहायक होने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति
- डीएनए सैंपल के लिए 12 टीमें शिफ्ट में कार्यरत
- अब तक कुल 35 पार्थिव देह सौंपे गए
अहमदाबाद, 15 जून: Plane Crash Update: राज्य सरकार द्वारा अहमदाबाद में एआई-171 विमान दुर्घटना के बाद युद्ध स्तर पर राहत-बचाव का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में कुछ ही मिनटों में यह कार्यवाही शुरू कर समर्पित प्रशासन कार्यरत किया गया है।
संबंधित जिलों के कलेक्टरों द्वारा विमान दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के परिजनों से संपर्क कर उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को बीमा/दावे की सहायता के भुगतान के लिए सम्बद्ध जिले के लेखाधिकारी/अन्य अधिकारियों की नोडल अधिकारियों के रूप में नियुक्ति की गई है। जिला प्रशासन इसके लिए प्रभावितों की सहायता कर रहा है।
विमान दुर्घटना में प्रभावित हुए लोगों के इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेस करने में सरलता मुहैया कराने के लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) की अधिसूचना के तहत अस्पताल में जॉइंट सेल शुरू करने का निर्देश दिया गया। जनरल इंश्योरेंस काउंसिल की ओर से न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी को लीड इंश्योरर तथा लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल की ओर से एचडीएफसी लाइफ को लीड इंश्योरर नियुक्त किया गया है।
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जिला प्रशासन के सहयोग से सिविल अस्पताल में न्यू इंडिया एश्योरेंस तथा एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस एवं भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं, जिनमें दुर्घटना में मृत्यु को प्राप्त हुए यात्रियों तथा अन्य प्रभावित लोगों के इंश्योरेंस क्लेम सरलता और तेजी से प्रोसेस हों और इसके लिए उन्हें जरूरी मार्गदर्शन उपलब्ध हो, ऐसी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, दुर्घटनाग्रस्तों के परिजनों को संबंधित इंश्योरेंस कंपनी के नोडल अधिकारी की जानकारी भी प्रदान की जा रही है।
जिला प्रशासन द्वारा इंश्योरेंस कंपनियों को पैसेंजर लिस्ट के आधार पर अन्य जरूरी जानकारी प्रदान कर उनके क्लेम तेजी से प्रोसेस कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
डीएनए सैंपल के लिए कुल 12 टीमें अलग-अलग शिफ्टों में कार्यरत हैं। उनके द्वारा डीएनए मैचिंग की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा, प्रभावितों के संबंधियों के साथ समन्वय में रहकर काउंसेलिंग की कार्यवाही भी चल रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ट्रॉमा सेंटर में 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों सहित स्वास्थ्य से जुड़े तमाम कार्यों के लिए 885 से अधिक हेल्थ स्टाफ को राहत-बचाव कार्य में जोड़ा गया है। यह मैनपावर सिविल अस्पताल के नियमित स्टाफ के अलावा अतिरिक्त स्टाफ के रूप में कार्यरत किया गया है।
हाल में यात्रियों तथा स्थानीय निवासियों के सगे-संबंधियों के कुल 250 ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 62 डीएनए मैच हुए हैं। मैच हुए इन डीएनए में से 27 पार्थिव देह उनके परिजनों को सौंपे गए हैं। इसके अलावा, डीएनए के बिना पहचाने गए 8 पार्थिव देहों को शनिवार को उनके परिजनों को सौंपा गया था। अब तक कुल 35 पार्थिव देह सौंपे गए हैं। अब केवल 3 यात्रियों के रिश्तेदारों के सैंपल लिए जाने शेष हैं। बताया गया है कि ये रिश्तेदार हाल में यूके में रहते हैं और आगामी 2-3 दिनों में सैंपल देने के लिए आएंगे।
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पार्थिव देह सौंपने की कार्यवाही के लिए दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के परिजनों के साथ सतत समन्वय के लिए जिला प्रशासन ने 200 से अधिक नोडल अधिकारियों तथा सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। इस समग्र कार्यवाही का उचित ढंग से संचालन सुनिश्चित करने के लिए सुपरविजन अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है।
इस समर्पित स्टाफ में नियुक्त किए गए अधिकारी दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के परिजनों के संपर्क से लेकर अंत्येष्टि तक की प्रक्रिया में सहायक होने के साथ हर चरण में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। डीएनए सैंपल की प्रक्रिया, डीएनए मैच होने के बाद पार्थिव देह की सुपुर्दगी, उसके बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजन कहें, उस स्थान तक पुलिस एस्कोर्टिंग के साथ एम्बुलेंस के जरिये पार्थिव देह पहुँचाया जाता है। इसके साथ, अधिकारी जरूरी दस्तावेज एवं रिकवर हुए माल-सामान की सुपुर्दगी करते हैं और अंत्येष्टि तक उपस्थित रहते हैं।
राज्य से बाहर के प्रभावितों के सगे-संबंधियों के साथ समन्वय करते हुए सम्बद्ध राज्य के एसईओसी के साथ मिलकर कार्यवाही की गई है और उनके नोडल अधिकारी की जानकारी प्राप्त की गई है। अन्य राज्यों से जुड़े मामले में राज्य प्रशासन सतत संपर्क में है।
एअर इंडिया की टीम भी सिविल अस्पताल में 24×7 उपलब्ध है। दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के परिजन जैसे-जैसे आ रहे हैं, वैसे-वैसे उनकी जरूरत के अनुसार निःशुल्क एअर टिकट की व्यवस्था की जा रही है। इन परिवारजनों को उचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए राज्य के सड़क एवं भवन विभाग ने वाहन तथा निवास की भी व्यवस्था की है।
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न हेल्पलाइन्स तथा कंट्रोल रूम के माध्यम से अब तक लगभग 1700 फोन कॉल्स मिले हैं। इसके तहत उचित समन्वय से कार्यवाही की गई है।
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