Kejriwal wrote a letter to the PM: केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, सिंगापुर में आयोजित होने वाले वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में जाने की मांगी अनुमति
Kejriwal wrote a letter to the PM: मैंने सिंगापुर जाने की अनुमति देने के लिए सात जून को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है- अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली, 17 जुलाई: Kejriwal wrote a letter to the PM: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सिंगापुर में आगामी एक अगस्त को आयोजित होने जा रहे वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में जाने की अनुमति मांगी है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र में कहा है कि मैंने सिंगापुर जाने की अनुमति देने के लिए सात जून को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे और जब अमेरिका ने आपको वीजा देने से मना किया था, तो पूरे देश ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की थी।
आज जब आपकी सरकार किसी मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकती है, तो यह देशहित के खिलाफ है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मुझे सिंगापुर की सरकार ने वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में दिल्ली मॉडल प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है। दुनिया भर के बड़े-बड़े नेताओं के सामने दिल्ली मॉडल प्रस्तुत किया जाएगा। आज पूरी दुनिया में ‘‘दिल्ली मॉडल’’ की चर्चा है। सिंगापुर में जब पूरी दुनिया के सामने मैं दिल्ली मॉडल रखूंगा और दुनिया के बड़े-बड़े नेता तालियां बजाएंगे, तो हर भारतवासी का सीना फूल जाएगा।
देश के भीतर हमारे राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन बाहर दुनिया के सामने हमें अपने मतभेद भूलकर केवल देशहित को सामने रखना चाहिए। मेरा आपसे निवेदन है कि जल्द से जल्द सिंगापुर जाने की अनुमति दी जाए, ताकि मैं देश का नाम ऊंचा कर सकूं।
इस तरह से किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकना सही नहीं है- अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर में आगामी एक अगस्त को आयोजित होने जा रहे वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में हिस्सा लेने की अनुमति दिलाने के संबंध में (Kejriwal wrote a letter to the PM) आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा है कि मुझे सिंगापुर की सरकार ने वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में दिल्ली मॉडल प्रस्तुत करने के लिए बुलाया है। अगस्त के पहले हफ्ते में आयोजित होने जा रहे इस सम्मेलन में दुनिया भर के बड़े-बड़े नेता सिंगापुर आ रहे हैं। उन सबके सामने दिल्ली मॉडल प्रस्तुत किया जाएगा।
भारत के लिए यह बेहद गौरवशाली क्षण होगा। मुझे बेहद दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे अभी तक सिंगापुर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। मैंने 7 जून को (लगभग सवा महीने पहले) अनुमति मांगने के लिए पत्र लिखा था, उसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इस तरह से किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकना सही नहीं है।
मेरी सिंगापुर यात्रा से देश का गौरव और मान बढ़ेगा- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा है कि आज पूरी दुनिया में ‘‘दिल्ली मॉडल’’ की चर्चा हो रही है। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जब दो वर्ष पहले भारत आए थे, तो उनकी पत्नी श्रीमती मिलेनिया ट्रंप दिल्ली सरकार का स्कूल देखने गई थीं। स्कूल देखने के बाद दिल्ली के शिक्षा मॉडल से वे बेहद प्रभावित हुई थीं। उस दिन हर भारतीय भारतवासी ने गौरवान्वित महसूस किया था। इससे पहले, यूएन के पूर्व महासचिव बान की मून और नार्वे की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती हार्लेम ब्रंुडलैंड दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक देखने आए थे।
मोहल्ला क्लिनिक देखने के बाद उन्होंने कहा था कि इस तरह का स्वास्थ्य मॉडल पूरी दुनिया को अपनाना चाहिए। भारत के लिए यह गौरव की बात है कि आज पूरी दुनिया दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य के मॉडल से इतनी प्रभावित है। सिंगापुर में जब पूरी दुनिया के सामने मैं दिल्ली मॉडल रखूंगा, दिल्ली के स्कूल, अस्पताल, मोहल्ला क्लिनिक, फ्री बिजली आदि के बारे में बताऊंगा और दुनिया के बड़े-बड़े नेता तालियां बजाएंगे, तो हर भारतवासी का सीना फूल जाएगा। मेरी सिंगापुर यात्रा से देश का गौरव और मान बढ़ेगा।
जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे और अमेरिका ने आपको वीजा देने से मना किया था, तो पूरे देश ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की थी- अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के आखिर में लिखा है कि देश के भीतर हमारे राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन बाहर दुनिया के सामने हमें अपने मतभेद भूलकर केवल देशहित को सामने रखना चाहिए। जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे और जब अमेरिका ने आपको वीजा देने से मना किया था, तो पूरे देश ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की थी और आपका साथ दिया था। आज जब आपकी सरकार किसी मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोकती है, तो यह देशहित के खिलाफ है। सिंगापुर की सरकार ने मुझे एक अगस्त के कार्यक्रम में भाग लेने का निवेदन किया है। मेरा आपसे निवेदन है कि जल्द से जल्द इसकी अनुमति दी जाए, ताकि मैं समय पर यात्रा करके देश का नाम ऊंचा कर सकूं।