VCW: वी सी डब्लू की छात्राओं के द्वारा रंगमंच पर किया गया प्रभावशाली अभिनय
VCW: अंग्रेज़ी विभाग की छात्राओं के द्वारा 6 संस्कृत नाटकों का किया गया भव्य मंचन
- पठन पाठन मे प्रयोगधर्मिता के संवर्धन हेतु शिक्षा मे रंगमंच का हुआ आकर्षक प्रस्तुति
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 11 अक्टूबर: VCW: अंग्रेज़ी विभाग, वसन्त महिला महाविद्यालय द्वारा, पठन – पाठन में प्रयोगधर्मिता को संवर्धित करने के प्रयासों के सन्दर्भ में “शिक्षा में रंगमंच” नामक कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में परास्नातक द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने, महान नाट्यविद् भरतमुनि एवं उनके द्वारा रचित नाट्यशास्त्र में वर्णित रस सिद्धांत के आधार पर, स्वरचित पटकथाओ एवं स्वनिर्देशित नाटकों का मंचन किया ।
इस कार्यक्रम में छात्राओं ने 6 नाटकों का मंचन किया. विशाखदत्त प्रणीत मुद्राराक्षसम् (वीर् रस ), महाकवि भास विरचित ऊरुभंगम् (करुड़ रस ), स्वप्नवासवदत्तम् (श्रृंगार )एवं कर्णभारम् (करूड़ रस ), हबीब तनवीर द्वारा लिखित चरणदास
चोर (हास्य रस )एवं मंजुला पद्मनाभन की लाइट्स आउट (वीभत्स रस ) नाटकों का मंचन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं निर्णायक के रूप में मशहूर रंगकर्मी, पटकथा लेखक, निर्देशक एवं कवि आलोक उल्फत ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर उन्होंने नाटक एवं रंगधर्मिता पर अपने विचार व्यक्त किए तथा प्रतिभागियों और छात्राओं का उत्साहवर्धन और मार्गदर्शन किया।
अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर अलका सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत और छात्राओं एवं शिक्षकों के प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा की. उन्होंने ऐसे ही प्रयोग धर्मी प्रयासों को करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की संयोजिका डा. रचना पांडेेेेेय ने इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अवसर पर प्रो. सीमा श्रीवास्तव, प्रो. अर्चना तिवारी, प्रो. मंजरी झुनझुनावाला, प्रो. सौरभ सिंह , डा. योगिता, डा. सुनीता आर्य, डा. विशाल सिंह, डा. तूबा मसूद, डा. तुलसी कुमार जोशी, डा. शाहीना, डा. तमन्ना, डा. अनुष्का, डा. सामिया आदि की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का सफल संचालन अंग्रेजी विभाग की राशि और यामिनी ने किया.
