Development work in Varanasi: मंडलायुक्त द्वारा घाटों के जीर्णोद्धार एवं विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण
Development work in Varanasi: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के गतिमान विकास कार्यो को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने का निर्देश
- Development work in Varanasi: काशी के प्राचीन गंगा घाटों के पुनरुद्धार एवं सुंदरीकरण की गति को तेज करने का निर्देश

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 23 जून: Development work in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के गतिमान विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने गंगा नदी के विभिन्न घाटों के सौंदर्यीकरण एवं पुनरुद्धार कार्यों का मोटर बोट द्वारा नमो घाट से प्रस्थान करते हुए निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के अंतर्गत पिरामल फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित 08 कच्चे घाटों – पंच अग्नि अखाड़ा घाट, रानी घाट, प्रह्लाद घाट, नया घाट, तेलिया नाला घाट, सक्का घाट, निषादराज घाट एवं गोला घाट – पर चल रहे कार्यों का विस्तारपूर्वक अवलोकन किया गया।
इन कार्यों का प्रमुख उद्देश्य स्थानीय समुदायों को घाटों से सक्रिय रूप से जोड़ते हुए उनके सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक महत्व को पुनर्स्थापित करना है। परियोजना के अंतर्गत घाटों पर अखाड़ा, एम्फीथियेटर, छायादार विश्राम स्थल, शौचालय, पुलिस चौकी, पारंपरिक स्थापत्य शैली में निर्मित छत्रियां, चबूतरे, बैठने की समुचित व्यवस्था तथा प्रत्येक घाट की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाने वाले साइनबोर्ड स्थापित किए जा रहे हैं। घाटों की सांध्यकालीन छवि को आकर्षक बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
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निरीक्षण के समय पिरामल ग्रुप के प्रतिनिधि आदित्य कुमार सिंह को निर्देशित किया गया कि घाट से सटी इमारतों की पेंटिंग कार्य को घाट की थीम के अनुरूप कराते हुए रंग-सामंजस्य सुनिश्चित किया जाए। जिन भवनों की बाहरी दीवारें ईंटों की चिनाई में हैं, उन पर प्लास्टर कर थीमैटिक म्यूरल्स अथवा भित्तिचित्र बनवाने के निर्देश दिए गए। गैजेबो संरचना की सुरक्षा के संबंध में पूछे जाने पर प्रतिनिधि द्वारा अवगत कराया गया कि इसकी संरचनात्मक सुरक्षा का ऑडिट आईआईटी बीएचयू द्वारा किया गया है।
मणिकर्णिका घाट के निरीक्षण में मंडलायुक्त द्वारा कार्यदायी संस्था ब्रिजटेक इंफ्राविजन को निर्देशित किया गया कि कार्य स्थल पर उपयुक्त साइनेज के साथ सभी सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता पर सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, मानसून के आगमन को ध्यान में रखते हुए बरसात के जल स्तर तक का कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जाए जिससे किसी प्रकार की आपात स्थिति से बचाव संभव हो सके।
हरिश्चंद्र घाट के निरीक्षण के दौरान ब्रिजटेक इंफ्राविजन के प्रतिनिधि रोशन कुमार सिंह उपस्थित थे। इस दौरान आयुक्त महोदय ने जल निगम के अधिशासी अभियंता कमल कुमार सिंह को निर्देशित किया कि घाट क्षेत्र में सीवर और स्टॉर्म वॉटर पाइपलाइन की मरम्मत अविलंब कराई जाए। निरीक्षण में कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस की इमारत के जर्जर भाग की स्थिति पर संज्ञान लेते हुए नगर निगम को तत्काल नोटिस निर्गत करने के निर्देश भी दिए गए।

इसके अतिरिक्त, अस्सी घाट से रविदास घाट तक पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित परियोजना के संदर्भ में स्थलीय निरीक्षण किया गया जिसमें उपनिदेशक पर्यटन, परियोजना प्रबंधक यूपीपीसीएल, नायब तहसीलदार, नगर निगम के नोडल अधिकारी, अपर नगर आयुक्त सविता यादव एवं सुभाष सिंह, अधिशासी अभियंता विकास कुरील (नगर निगम), अनार सिंह (जलकल विभाग), कमल कुमार सिंह (जल निगम, उड़ीसा) एवं पिरामल ग्रुप एवं ब्रिजटेक इंफ्राविजन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त द्वारा यह स्पष्ट निर्देश दिए गए कि घाटों पर कार्य कर रही सभी संस्थाएं—विशेषकर CSR के अंतर्गत कार्यरत एजेंसियां—सुनिश्चित करें कि प्रत्येक कार्य गुणवत्ता, सांस्कृतिक समरसता, सुरक्षा एवं नागरिक सुविधा की दृष्टि से उच्चतम मानकों के अनुरूप समयबद्ध रूप से पूर्ण हों। यह आवश्यक है कि वाराणसी की सांस्कृतिक गरिमा एवं पर्यटन की वैश्विक पहचान को और अधिक सुदृढ़ किया जाये।
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