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Buddha Dharmachakra Pravartana Mudra: वाराणसी में बुद्ध धर्मचक्र प्रवर्तन मुद्रा पर विशेष आवरण का हुआ विमोचन

Buddha Dharmachakra Pravartana Mudra; बुद्ध के मध्यम मार्ग को अपनाकर ही होगा नई पीढ़ी का सर्वांगीण विकास : कर्नल विनोद कुमार

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रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 18 नवंबर: Buddha Dharmachakra Pravartana Mudra: कर्नल विनोद कुमार, पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र ने बुद्ध धर्मचक्रप्रवर्तन मुद्रा पर विशेष आवरण एवं विमोचन जारी किया। कार्यक्रम केंद्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान, सारनाथ में आयोजित किया गया। विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए कर्नल विनोद ने कहा कि बुद्ध के सिद्धांतों को जीवन के सभी पहलुओं में अपनाया जा सकता है

बुद्ध के मध्यम मार्ग का सरलीकरण करते हुए बताया कि विज्ञान के इस युग में भी मध्यम मार्ग प्रासंगिक है, जैसे मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग से मानसिक एवं शारीरिक दुर्बलता होती है परन्तु निर्णायक उपयोग से मानव ज्ञान के अनंत भंडार को ग्रहण करता है| नई पीढ़ियों को बुद्ध के मध्यम मार्ग को अपनाकर सर्वांगीण विकास की ओर उन्मुख होने हेतु प्रेरित किया I

यह भी बताया कि यह हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है कि अपने ज्ञानार्जन को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं जिससे नयी पीढ़ी भी ज्ञानोंमुख हो सके| कार्यक्रम में उपस्थित ज्ञान धर्म चक्र विहार इंटर कॉलेज एवं केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान के विद्यार्थियों से अच्छी पुस्तकों को पढ़ने एवं कुछ नया सिखने की अपील की।

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जनरल कर्नल विनोद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि विश्व पटल पर भारत, बुद्ध के देश के रूप में जाना जाता है| वस्तुतः भारत देश की पहचान बुद्ध है|

केंद्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान, सारनाथ के उप कुलपति ने बुद्ध के दिखाए मार्गों को नित्य जीवन में आत्मार्पित करने हेतु सभी को प्रेरित किया एवं निर्वाण की प्राप्ति अर्थात राग, द्वेष, मोह से ऊपर उठकर बुद्ध के स्वरुप ज्ञान अर्जन पर बल दिया I
इसी क्रम में हिंदी की प्रख्यात कवयित्री एवं राष्ट्रपति सम्मान से पुरस्कृत डॉ. नीरजा माधव ने बताया कि संन्यास जीवन का सच्चा सौन्दर्य होता हैI बुद्ध ने अत्यधिक लोभ-विलास एवं अत्यधिक कठिन तपस्चर्या के इतर मानव को मध्यम मार्ग पर चलने हेतु बताया है I

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जम्बुद्वीप श्रीलंका बुद्धिष्ठ मंदिर, सारनाथ के विहाराधिपति डॉ. के. सिरी सुमेधा थेरो ने बुद्ध की धर्मचक्रप्रवर्तन मुद्रा पर विशेष आवरण एवं विरूपण जारी करने हेतु डाक विभाग का आभार प्रकट किया एवं उनहोने आज के दिन को विश्व, भारत, सारनाथ एवं बुद्ध धर्म के लिए एक पवित्र दिन की संज्ञा दी I

कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सारनाथ के सहायक अधीक्षण पुरातत्ववेत्ता श्री राजेश एवं डाक विभाग, वाराणसी मंडल के प्रवर अधीक्षक राजीव कुमार, सहायक निदेशक भोला साह एवं एम. एम. हुसैन, प्रवर डाकपाल राजीव एवं सहायक अधीक्षक पल्लवी, डाक निरीक्षक अनिकेत रंजन सहित उपस्थित रहे।

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