PM modi inaugurates all india education conference: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में किया अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन, कही यह बात
PM modi inaugurates all india education conference: देश में मेधा की कमी नहीं, उन्हें कुशल और आत्मविश्वासी बनाएगी नई शिक्षा नीतिः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 07 जुलाईः PM modi inaugurates all india education conference: सर्व विद्या की राजधानी काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति 2020 के तीन दिवसीय क्रियान्वयन संगोष्ठी का शुभारंभ किया। विश्व स्तरीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम का शुभारंभ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय नीति का मूल आधार शिक्षा को संकुचित दायरे से बाहर निकालना और 21वीं सदी केे विचारों से जोड़ना हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारे देश में मेधा की कोई कमी नहीं रही हैं। दुर्भाग्य से ऐसी व्यवस्था बनाई गई थी, जिसमें पढ़ाई का मतलब केवल नौकरी ही माना गया था। गुलामी के समय अंग्रेजों ने ऐसी शिक्षा का विकास केवल अपने लिए एक सेवक बनाने के लिए किया था। आजादी के बाद थोड़ा बदलाव हुआ लेकिन काफी कमी रह गई। अंग्रेजों की बनाई व्यवस्था भारत की शिक्षा व्यवस्था नहीं थी। बनारस तो इसका जीवंत उदाहरण हैं। यहां ज्ञान और शिक्षा बहु आयामी थी। यही बहुआयामी व्यवस्था ही हमारी शिक्षा का केंद्र होना चाहिए।
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PM modi inaugurates all india education conference: मोदी ने कहा कि हम केवल डिग्री धारक युवा तैयार न करें, बल्कि देश को आगे बढ़ाने के लिए जितने भी मानव संसाधनों की जरूरत हो, उसकी भरपाई हो। हमारी शिक्षा व्यवस्था देश को समर्पित हो। इस संकल्प का नेतृत्व हमारे शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों को करना है। हमारे युवा कुशल हों, आत्मविश्वासी हों, व्यावहारिक और गणनात्मक हो, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि काशी को मुक्ति का स्थान कहा गया हैं। मुक्ति का एकमात्र मार्ग शिक्षा को ही माना गया हैं। जब शिक्षा का इतना बड़ा आयोजन काशी में होगा तो देश को उसका बड़ा फायदा होगा। पीएम मोदी ने कहा कि मेरी काशी में आप पधारे हैं। मैं यहां का होस्ट भी हूं। आप मेरे भी मेहमान हैं। मुझे विश्वास है कि व्यवस्थाओं में ज्यादा असुविधा नहीं होगी। फिर भी कोई कमी रह गई है तो दोष मेरा रहेगा और एक होस्ट के नाते कोई भी आपको असुविधा हो जाए तो उसकी क्षमा पहले से मांग लेता हूं।
PM modi inaugurates all india education conference: उन्होंने कहा कि अभी अक्षय पात्र योजना का शुभारंभ करके आ रहा हूं। वहां सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ गप गोष्ठी करने का अवसर मिला। मैं बच्चों से सुनकर आया हूं और आपको सुनाने आया हूं। जिस स्कूल के बच्चों से मेरा मिलना हुआ है, अगली बार उनके टीचर से मिलना चाहूंगा।
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों में जो कान्फिडेंस और टैलेंट मैंने देखा, वह भी एक सरकारी स्कूल के सामान्य परिवार के बच्चों की। जो टैलेंट बच्चे वहां प्रस्तुत कर रहे थे। अगर आपके यहां भी कोई बच्चा वैसा होगा तो आप मेहमान के सामने उसे ही खड़ा कर देंगे। आप इस तरह का इंस्टिट्यूड बनाकर जाएंगे कि बहुत प्रतिभा शाली बच्चे आने वाले हैं।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय समागम के सह अयोजक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय हैं। आयोग के अध्यक्ष एम.जगदीश कुमार, बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी सहित पूरे देश से आये विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, निदेशक एवं नामचीन शिक्षा विद इस समागम में हिस्सा ले रहे हैं। बदइंतजामी के कारण बहुत से लोगों को प्रवेश से वंचित होना पड़ा।
अपने काशी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ने 1800 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें वाराणसी विकास प्राधिकरण के दिशा-निर्देश में हरहुआ में गरीबों हेतु बनाये गये, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 608 फ्लैट्स को भी प्रधानमंत्री ने लोकार्पित किया। रजिस्ट्री कराने वाले प्रथम 6 लाभार्थियों को फ्लैट की चाभी सौपी गई। वी डी ए द्वारा निर्मित बहुउद्देशीय दशास्वमेध प्लाजा को भी प्रधानमंत्री ने काशी की जनता को समर्पित कर दिया।