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National Handloom Day: वाराणसी मे राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर भव्य आयोजन

National Handloom Day: चौकाघाट स्थित बुनकर सेवा केंद्र मे आयोजित कार्यक्रम मे कबीर पुरष्कार से सम्मानित बुनकर भाईयों को किया गया सम्मानित

  • 7अगस्त, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा, चेन्नई से राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की हुई थी शुरुआत:

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
   वाराणसी, 07 अगस्त: National Handloom Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर भव्य आयोजन किया गया. भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष 7 अगस्त को पूरे भारत में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन बड़ी धूमधाम के साथ किया जाता है। विदित है कि स्वदेशी आन्दोलन की शुरुआत 7 अगस्त 1906 को हुई थी जिसमे स्वदेशी भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विदेशी वस्त्रों की होली जलाई गयी थी तथा देश के जनमानस से स्वदेशी वस्त्रों का उपयोग करने का आवाहन किया गया था।

Varanasi hathkargha

स्वदेशी अदोलन को चिन्हित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा , 07 अगस्त 2015 को प्रथम राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की शुरूआत चेन्नई में की गयी थी। इस दिवस को मनाने का उद्‌देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं बुनकरों के कल्यान एवं उनके जीवन स्तर को ऊचा बढ़ाने तथा देश के आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरुकता फैलाना रहा है।
इस वर्ष 11 ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 7 अगस्त 2025 को चौकाघाट स्थित बुनकर सेवा केन्द्र, आईआईएचटी परिसर में हर्षों उल्लास से मनाया गया.

मुख्य कार्यक्रम भारत मंडपम, प्रगत्ति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। जिसे बुनकरों के बीच सीधा प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में उमेश कुमार सिंह, संयुक्त आयुक्त (उद्योग) विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन से हुई। दीप प्रज्वलन के पश्चात् मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिधियों का सम्मान किया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय पुरस्कार एवं संत कबीर पुरस्कार से सम्मानित बुनकर भाईयों को विशिष्ट अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

अवसर पर ऋषिकेश मनोहर देसाई, सहायक निदेशक (प्रसंस्करण), कार्यालय प्रमुख्य, बुनकर सेवा केंन्द्र, द्वारा भारत सरकार, वस्त्र मंत्रालय, विकास आयुक्त कार्यालय हथकरघा द्वारा चलायी जा रही कई योजनाओं पर विशेष प्रकाश डाला.

विशेष रूप से हैण्डलूम वेलफेयर स्कीम, आउटसाइड क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम, समर्थ योजना, क्लस्टर विकास योजना, इंडिया हैण्डलूम ब्राण्ड, विभिन्न मेलों व प्रदर्शनीयों में बुनकरों द्वारा भागीदारी इत्यादि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के विभागों से आये प्रतिनिधयों ने अपने अपने विभागों में बुनकरों हेतु मौजूद योजनाओ की जानकारी दी। गत वर्ष 2024 का संत कबीर पुरस्कार मो. हनीफ अन्सारी, चोलापुर को जामदानी रगकाट साड़ी के लिए दिया गया।