Kashi hindu university: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हुई शर्मनाक वारदात, पढ़ें पूरी खबर…
- बी एच यू में दृष्टिबाधित छात्रा के साथ मनचले ने की घिनौनी हरकत
- कुलपति की चुप्पी और पुलिस पर उठ रहे हैं सवाल
- पीड़िता के लिए कुलपति से न्याय की गुहार हेतु, बहुमुखी प्रतिभा की धनी दृष्टिबाधित शोध छात्रा सोनिया ने स्वरचित दर्द भरे गीत को किया वायरल
Kashi hindu university: महामना मालवीय की बगिया में शर्मनाक वारदात
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 02 फरवरीः Kashi hindu university: महामना मालवीय की बगिया काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हुए शर्मनाक वारदात के बाद, कुलपति की चुप्पी और पुलिस के रवैये से छात्राओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। न्याय ना मिलने से अत्यंत दुखी पीड़ित छात्रा ने कुलपति की चुप्पी और लंका थाने के रवैये पर घोर निराशा जाहिर की है।
पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने हेतु बहुमुखी प्रतिभा की धनी, दृष्टि बाधित शोध छात्रा सोनिया ने अपने स्वरचित गीत को स्वरबद्ध करके सोशल मीडिया पर जारी किया है। सोनिया के दर्द भरे गीत पीड़ित छात्रा के मनोभावों को बखूबी दर्शाती है। बहुत तेजी से वायरल हो रहे सोनिया के गीत में कुलपति से न्याय की गुहार लगाई गई है।
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के सम्मान की बात की थी। किंतु देश में दृष्टिबाधित महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। ज्ञात हो कि गत वर्ष जून महीने में दिल्ली में भी लिफ्ट देने के बहाने दृष्टिबाधित महिला का यौन उत्पीड़न किया गया था। जिस पर कार्यवाही के नाम पर लीपापोती की गई थी।
जानिए क्या है पूरा मामला
अब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से भी ऐसी ही चिंताजनक घटना निकल कर सामने आई, जिसको लेकर ना केवल विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि पुलिस की खाकि भी दागदार हो रही है। कार्यवाही की जगह धाराओं को कमजोर करके आरोपी को बरी करने का इल्जाम पुलिस पर लग रहे हैं।
घटना 25 जनवरी दोपहर 3 बजे बाद की बताई गई है, जब एक दृष्टिबाधित छात्रा ओल्ड कैंपस परिसर से निकलकर क्लास अटेंड करने के लिए सामाजिक विज्ञानं संकाय जा रही थी। कुछ देर बाद लक्ष्मीबाई चौराहे पर असीम कुमार नामक युवक ने बाइक रोककर छात्रा को लिफ्ट देने की बात की।
हालांकि छात्रा ने बैठने से इंकार कर दिया। युवक ने बार-बार बाइक रोककर छात्रा को भरोसे में लेने का प्रयास किया और एक सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने लड़की के साथ घिनौनी हरकत की।
पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन पर उठ रहे हैं सवाल
आरोपी युवक को पूर्व प्रोफेसर का पुत्र बताया गया है। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर आईपीसी की कमजोर धारा लगाकर मुकदमा दर्ज किया और 2 दिन थाने में बंद करने के बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया।
घटित घटना की जानकारी जब छात्रा ने परिचितों को बताई तब दृष्टिबाधित छात्र छात्राओं ने विश्वविद्यालय के वीसी कार्यालय के समक्ष प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और धरने पर बैठ गए। जहां अजय मिश्रा नाम के छात्र की तबीयत बिगड़ गई और उसे सर सुंदरलाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
बीएचयू के स्टूडेंट्स का कहना है कि आरोपी को छोड़ने में पुलिस की भूमिका रही है, जिसने कमजोर आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जिसके चलते उसे जमानत मिल गई। आगे उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ फिर से जांच की जाए और सख्त से सख्त धाराओं में मामले को दर्ज करके जेल भेजा जाए।
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