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Kashi CSR Conclave: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे आयोजित हुआ काशी सीएसआर कानक्लेव

Kashi CSR Conclave: विभिन्न कंपनियों के द्वारा सीएसआर के तहत 80 करोड़ से अधिक के कार्यों का एमओयू हस्तांतरण हुआ तथा 125 करोड़ से अधिक के सीएसआर कार्यों हेतु विभिन्न कंपनियों को किया गया धन्यवाद ज्ञापित

  • Kashi CSR Conclave: कुपोषण खत्म करने हेतु सभी संभव प्रयास किया जाये तथा उसके मूल कारण कम उम्र में बच्चियों की शादी को रोकना होगा: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
  • स्मार्ट क्लास के संचालन के दौरान अध्यापक की वहाँ मौजूदगी सुनिश्चित हो: राज्यपाल
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रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 24 सितंबर:
Kashi CSR Conclave: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र मे विभिन्न कंपनियों के सीएसआर के तहत 80 करोड़ से अधिक कार्यों हेतु एमओयू हस्तांतरण तथा अब तक हो चुके 125 करोड़ के सीएसआर कार्यों हेतु आयोजित धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं।

अवसर पर राज्यपाल ने इस प्रकार के आयोजनों हेतु सभी के प्रति धन्यवाद दिया तथा इन कार्यक्रमों को उत्तम की संज्ञा दी। उन्होंने कहा की जहां से कुपोषण की शुरुआत हो रही वहीं से कुपोषण को खत्म किया जाये, बच्चियों की शादी कम उम्र में करने से बचना चहिये, सरकार गर्भवती माताओं को प्रथम व द्वितीय संतान हेतु पैसे भी दे रही है पर उसका सही सदुपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने छोटे बच्चों हेतु चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट की जरूरतों पर बल देते हुए इसको अनिवार्य करने को कहा। माँ के गर्भ में पल रहे शिशु पर घर के पूरे वातावरण का फर्क़ पड़ता इसलिए उस दौरान अच्छे वातावरण तथा खानपान की व्यवस्था होनी चाहिये।

उन्होंने प्रधानमन्त्री द्वारा शुरू किये गये आयुष्मान भारत योजना का लाभ लड़कियों को नहीं मिलने पर अभिभावकों को आड़े हाथों लेते हुए बेटियों पर ध्यान देने को प्रेरित किया। उन्होंने सभी से संकल्प लेने को कहा की 20 साल से पहले बच्चियों की शादी नहीं करें। उन्होंने समाज में लड़का-लड़की भेदभाव पर चिंता जताते हुए इससे बाहर आने को कहा। गुजरात सरकार में उनके द्वारा आंगनवाड़ी सुधार हेतु किये गये प्रयासों को भी रेखांकित किया गया।

उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोलते हुए 2030 तक 50 प्रतिशत बच्चों को उच्च शिक्षा में प्रवेश के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये लगातार नीचे से प्रयास करने को कहा। उन्होंने प्रदेश के आठ एकांक्षी जिलों में सुधार हेतु लगातार प्रयास करने को कहा तथा विभिन्न कंपनियों से सोनभद्र के आंगनवाड़ी उत्थान हेतु सभी सम्भव प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लास के संचालन के दौरान वहाँ अध्यापक जरूर मौजूद रहे, टेक्नोलॉजी का प्रयोग अच्छे कार्यों में होना चाहिये। उन्होंने कक्षाओं की लगातार रैंडम चेकिंग करने को भी निर्देशित किया। बच्चों की नींव जितना मजबूत होगी देश का उतना ही उच्च विकास होगा तथा विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त होगा। भिक्षा मांगने वाले बच्चों को शिक्षा के तरफ जोड़ा जाए। अंत में उन्होंने टीबी उन्मूलन तथा सर्वाइकल कैंसर रोकथाम हेतु किये जा रहे सभी प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की।

राज्यपाल द्वारा पांच आंगनवाड़ी को किट वितरण के उपरांत कुपोषण के विरुद्ध उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सुपरवाइजर को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। राज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पांच लाभार्थियों को लैपटॉप भी वितरित किया गया तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालयों एवं राजकीय बालगृह को आईएसओ प्रमाणपत्र वितरित किया गया।

राज्यपाल द्वारा मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान के सहयोग से आयोजित प्रोजेक्ट ईशा के तहत शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर महिलाओं तथा बच्चियों में जागरूकता हेतु सर्वाइकल तथा ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। राज्यपाल द्वारा एसबीआई द्वारा अनुदानित बृद्धमित्र वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्य ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री द्वारा लगातार बच्चों, बालिकाओं के विकास तथा उनको कुपोषित मुक्त करने तथा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार हेतु उनके द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों की तारीफ की.

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महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि काशी में लगभग 65000 करोड़ की विकास परियोजनाएं संचालित हैं तथा एनीमिया मुक्त करने में आंगनवाड़ी द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा गया। काशी को लगातार समय देने के लिये उन्होंने राज्यपाल को बधाई दी।

जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने राज्यपाल के द्वारा लगातार वाराणसी पर ध्यान देने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य तथा कुपोषण मुक्ति पर उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने एमओयू हस्तांतरण तथा पूर्व में सीएसआर के तहत कराये गये कार्यों पर मुख्य अतिथि के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया. काशी समृद्धि अभियान जिसमें 25 साल से कम की सभी बालिकाओं/महिलाओं की जांच करायी गयी जिसमें 67150 महिलाएं एनीमिया से ग्रस्त मिलीं जिनको फोलिक एसिड तथा आयरन की गोलियां तथा देखभाल करके उनमे 58000 को एनीमिया से बाहर निकालने में मदद मिली. बच्चों को श्रीअन्न लगातार कुपोषण से मुक्ति को दिया जा रहा है।

आज सात एमओयू शामिल किये गये हैं. जिनमें ओएनजीसी द्वारा 27.5 करोड़, पावर ग्रिड द्वारा 12 करोड़, आरईसी द्वारा 20 करोड़ ग्राम्य विकास के क्षेत्र में, हंस फाउंडेशन द्वारा 10 करोड़ व सीडब्ल्यूसी द्वारा 3.5 करोड़ स्वास्थ्य क्षेत्र में, गेल इंडिया द्वारा आईसीडीएस हेतु 1.4 करोड़, एनसीएल द्वारा बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में 90 लाख रुपये के एमओयू हुए।

कार्यक्रम में पिछले वर्षों में गेल इंडिया, पावर ग्रिड, आरईसी, हंस फाउंडेशन, गेल इंडिया, एनसीएल तथा सीडब्ल्यूसी, रिलायंस फाउंडेशन, वेदांता फाउंडेशन, फीडिंग इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आई सी आई सी आई, उत्कर्ष बैंक द्वारा सीएसआर से पिछले वर्षों में कराये गये 125 करोड़ के कार्यों प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दिया गया.

अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत पूनम मौर्य, महापौर अशोक तिवारी, विधायक नीलकंठ तिवारी, सदस्य विधान परिषद हंसराज विश्वकर्मा, धर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल समेत ओएनजीसी, पावर ग्रिड, आरईसी, हंस फाउंडेशन, गेल इंडिया, एनसीएल तथा सीडब्ल्यूसी, रिलायंस फाउंडेशन, वेदांता फाउंडेशन, फीडिंग इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई के प्रतिनिधि शामिल रहे।

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