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India Post: इंडिया पोस्ट के साथ बढ़ेगा बनारस के उत्पादों का निर्यात: कर्नल विनोद

India Post: ऑर्गेनिक वरदान संस्था के शुद्ध खाद्य उत्पादों को विदेशो में निर्यात करेगा भारतीय डाक विभाग

  • India Post: स्टार्टअप यूनिट के उत्पादों को विदेशों में निर्यात हेतु बढ़ावा देगा इंडिया पोस्ट

रिपोर्ट: रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 26 अगस्त:
India Post: वारणसी डाक परिक्षेत्र के बहस – ए- बनारस सभागार कक्ष में व्यवसायिक ग्राहकों के साथ संवाद स्थापित किया गया. अवसर पर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू डाक सेवाओं की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला गया। बैठक में इंडिया पोस्ट की विभिन्न सेवाओं विशेष रूप से निर्यातकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के संबंध मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।

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बैठक में विभिन्न व्यापारिक संस्थानों, बैंकों के प्रतिनिधियों, स्व रोज़गार समूहों और स्थानीय व्यापारियों ने भाग लिया। मुख्य रूप से भारतीय उद्योग तथा व्यापार जगत के प्रतिनिधियों को निर्यात बढ़ाने के लिए आवश्यक सहयोग और तीव्र गति से पार्सल आदि पहुँचाने के लिए भारतीय डाक की सेवाओं को प्राथमिकता देने पर चर्चा हुई।

अवसर पर कर्नल विनोद कुमार पीएमजी बनारस ने बताया कि इंडिया पोस्ट का दुनिया के 120 देशों के साथ अनुबंध है जिससे भारत से निर्यात करने वाले व्यापारीगण सुगमता से अपने उत्पादों को विदेशों तक पहुँचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से निर्यात आसानी से किया जा सकता है और इसके लिए निर्यातकों को प्रोत्साहित करने के लिए सभी अधीक्षक अपने स्तर पर कार्य कर रहे हैं।आपने बताया कि स्टार्टअप यूनिटों को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिले।

बैठक में आर्गेनिक वरदान की संस्थापक स्वर्णा ने बताया कि उनकी संस्था विशेष तौर पर शुद्ध खाद्य पदार्थों के उत्पादन में कार्य करती है और इन उत्पादों को विदेशी बाज़ार में उपलब्ध कराने के लिए भारतीय डाक विभाग द्वारा भेजना चाहती है। उनके उत्पादों में आर्गेनिक सत्तू के अलावा बहुत सारे व्यंजन शामिल हैं। इसके अलावा औराई और भदोही के कालीन और बनारस की साड़ी के निर्यातकों को भी इसका फ़ायदा मिल सकता है।

कर्नल विनोद ने बताया कि इंडिया पोस्ट की आइटीपीएस सेवा के अंतर्गत एक किलो ग्राम के आर्टिकल को करीब डेढ़ हज़ार रुपये में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान , और इंग्लैंड में भेजा जा सकता है। इसके अलावा इंटरनेशनल स्पीडपोस्ट के ज़रिए 35 किलोग्राम वजन के आर्टिकल 100 से ज़्यादा देशों में भेजे जाते हैं। अतुल सहायक निदेशक वाराणसी परिक्षेत्र ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से कस्टम विभाग के क्लीयरेंस भी आसानी से हो जाते हैं।

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बैठक में संजीव जाँच इंस्पेक्टर वाराणसी परिक्षेत्र ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र सभी जिलों में संचालित हो रहे हैं जहाँ निर्यातक सेवा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सुश्री रुचि इंचार्ज इंटरनेशनल बिज़नेस सेंटर वाराणसी कैंट ने बताया कि एएमएस सेवा में निर्यात की मात्रा के आधार पर डिस्काउंट भी दिया जाता है जो अनुबंध करने वाले ग्राहकों के लिए सोलह प्रतिशत तक भी उपलब्ध है। साथ ही आर्टिकल के हानि होने पर ग्राहकों को नुकसान भरपाई के लिए भी भुगतान किया जाता है।

अन्तराष्ट्रीय डाक भेजने में आने वाली समस्याएँ: जैसे कि देरी, ट्रैकिंग की कठिनाई, कस्टम क्लियरेंस आदि के समबन्ध में चर्चा की गयी इसके साथ ही ग्राहकों के समस्या के समाधान के लिए ग्राहकों से फीडबैक लेकर सेवा सुधार के लिए रणनीतियाँ बनाई गईं। इस बैठक का उद्देश्य डाक विभाग और व्यवसायिक ग्राहकों के बीच सहयोग को मजबूत करना, पारदर्शिता बढ़ाना और सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाना रहा है l

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