Ganga’s water level increased in Varanasi: वाराणसी में गंगा उफान पर; शवदाह करने की जगह बदली गयी
Ganga’s water level increased in Varanasi: जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र एवम् बाढ़ चौकी का किया औचक निरीक्षण
- बाढ़ से संबंधित विभागों को तैयार रहने के निर्देश
- राहत शिविर में पहुंचे लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 17 जुलाई: Ganga’s water level increased in Varanasi: वाराणसी मे गंगा उफान पर है. गंगा घाटों की सीढियाँ डूब गई. शवदाह का स्थान बदल कर अब गलियों मे हो रहा है. बुधवार को गंगा 2 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है. गंगा के वेग मे बढ़ती रफ्तार से लोगों मे डर बैठने लगा है. यदि कुछ दिनों तक यही रफ्तार रही तो, गंगा 1978 के उच्चतम बिंदु को स्पर्श कर सकती हैं.
वाराणसी के सभी निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ पीड़ितों हर संभव मदद करने हेतु जिला प्रशासन सत्येंद्र कुमार और अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीना ने बुधवार को राहत शिविर / बाढ़ चौकी प्राथमिक विद्यालय, सलारपुर विधानसभा क्षेत्र चिरईगाँव का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों और आसपास की बाढ़ चौकियों के बारे में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली और वहाँ आए लोगों से बातचीत भी किया। कहा कि राहत शिविर में आए परिवारों को सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाए ताकि विस्थापित लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बाढ़ चौकी प्राथमिक विद्यालय, सलारपुर के निरीक्षण उन्होंने शिविर में आए लोगों की संख्या, उनके खाने पीने, रहने आदि के बारे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को हाईजेनिक किचन, शौचालय, गैस कनेक्शन, मेन्यू के अनुसार भोजन, टेंट की व्यवस्था, मौके पर डॉक्टर की उपलब्धता, विद्युत सेफ्टी,बेहतर साफ सफाई के प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फॉगिंग व चुनें का छिड़काव भी लगातार कराते रहें। जिलाधिकारी ने जनपद की सभी बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया, साथ ही बाढ़ से संबंधित सभी विभागों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया।कहा कि राहत एवम सुरक्षा कार्यों में किसी भी तरीके की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
एसडीएम सदर ने बताया कि जनपद में 46 राहत शिविर बनाए गए हैं जिसमें से नगरीय क्षेत्र में 27, ग्रामीण क्षेत्र में 10, राजातालाब तहसील में 06 और पिंडरा में तीन राहत शिविर बनाए गए हैं।
जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर से कहा कि वरुणा के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का विशेष प्रभाव है, लिहाजा इस क्षेत्र में सतर्कता बरती जाए।उन्होंने बाढ़ के लिए संवेदनशील तहसीलों (सदर और राजातालाब) के लिए सभी विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। इस मौके पर एसडीएम सदर अमित कुमार, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जोनल, संबंधित थानो के प्रभारी सहित अन्य अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे।
