I-Factory Lab: गुजरात के युवाओं को ‘फ्यूचर रेडी’ बनाने के लिए अहमदाबाद में ‘आई-फैक्ट्री लैब’
I-Factory Lab: भविष्य की चुनौतियों के लिए सज्ज होता गुजरात : गुजरात के युवाओं को ‘फ्यूचर रेडी’ बनाने के लिए अहमदाबाद में ‘आई-फैक्ट्री लैब’
- इंडस्ट्री 4.0 जैसी उभरती टेक्नोलॉजी से संबंधित पाठ्यक्रम सीखने के लिए लैब में प्रशिक्षण मिलेगा
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के विजन को साकार करने में यह पहल महत्वपूर्ण योगदान देगी

गांधीनगर, 13 मई: I-Factory Lab: कौशल्य – द स्किल यूनिवर्सिटी द्वारा इंडस्ट्री 4.0 जैसी उभरती टेक्नोलॉजी के बारे में राज्य के युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए इंडस्ट्री 4.0 लैब की शुरुआत की गई है। भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के सहयोग से कौशल्य – द स्किल यूनिवर्सिटी ने अहमदाबाद में कुबेरनगर स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में इस आधुनिक ‘आई-फैक्ट्री लैब’ का निर्माण किया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए सतत प्रयास किए हैं। उनके मार्गदर्शन में गुजरात ने ‘फ्यूचर रेडी’ ह्यूमन रिसोर्स विकसित करने के लिए नवीन एवं आधुनिक दृष्टिकोण अपनाया है। इस लैब के माध्यम से विभिन्न पाठ्यक्रमों द्वारा गुजरात के युवाओं को रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), डेटा एनालिटिक्स तथा साइबर फिजिकल सिस्टम जैसी इंडस्ट्री 4.0 टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण मिलेगा।
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‘आई-फैक्ट्री लैब’ की उपयोगिता
इंडस्ट्री 4.0 के क्रियान्वयन के लिए इस लैब में साइबर फिजिकल सिस्टम्स, आईओटी, रोबोटिक्स से जुड़े विभिन्न मॉड्यूल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस लैब में प्रोडक्ट के ऑर्डर से लेकर उसकी डिलीवरी तक की समग्र प्रक्रिया ऑटोमैटिक हो; इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे उद्योगों में कार्यरत मानव बल इस नवीन टेक्नोलॉजी से अवगत होगा।
मुख्य उद्देश्य यह है कि इस लैब के माध्यम से विभिन्न उद्योग संबंधित मानव बल को प्रशिक्षण देकर यह टेक्नोलॉजी अपनाएँ। इसके अतिरिक्त; विभिन्न शैक्षणिक एवं टेक्निकल संस्थानों के विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे राज्य के उद्योगों को जरूरत के अनुसार कुशल मानव बल मिलेगा एवं राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
ये प्रयास केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं हैं, अपितु राज्य में प्रतिस्पर्धात्मक उद्योगों का ढाँचा खड़ा करने का मुख्य लक्ष्य है। वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र में रूपांतरित करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को साकार करने में यह पहल सकारात्मक भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत आज ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 40वें स्थान पर पहुँच गया है। वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में भारत को महत्वपूर्ण कड़ी बनाने के लिए उद्योग एवं उद्यमी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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