Vande Mataram: “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने पर राजकोट रेल मंडल में स्मरणोत्सव का आयोजन
Vande Mataram: राष्ट्रभावना और देशभक्ति के प्रतीक गीत “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ पर पश्चिम रेलवे, राजकोट मंडल में विशेष स्मरणोत्सव मनाया गया — अधिकारियों और कर्मचारियों ने व्यक्त की देशप्रेम की भावना
राजकोट, 07 नवम्बर: Vande Mataram: राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे देश के साथ-साथ पश्चिम रेलवे के राजकोट मंडल में भी इस ऐतिहासिक अवसर को अत्यंत उत्साह एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया।
मुख्य समारोह का आयोजन 7 नवम्बर, 2025 को मंडल रेल प्रबंधक गिरिराज कुमार मीना के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राजकोट में स्थित डीआरएम ऑफिस प्रांगण में किया गया। इस अवसर पर मंडल के सभी वरिष्ठ रेल अधिकारी, कर्मचारी एवं रेल परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान सभी ने एक स्वर में राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” का सामूहिक गायन किया, जिससे परिसर देशभक्ति और एकता की भावना से गूंज उठा।
मंडल रेल प्रबंधक मीना ने अपने उद्बोधन में कहा कि “वंदे मातरम” केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, राष्ट्रप्रेम और मातृभूमि के प्रति समर्पण की प्रतीक भावना है। इस गीत ने स्वतंत्रता संग्राम के समय देशवासियों में जोश और एकता का संचार किया था और आज भी यह गीत हमें राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा देता है।”
इस अवसर पर मंडल के सभी छोटे बड़े सभी 53 स्टेशनों जैसे कि राजकोट, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जामनगर, द्वारका सहित सभी कार्यालयों एवं डिपो में भी “वंदे मातरम” के सामूहिक गायन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। रेल कर्मचारियों ने राष्ट्रगीत के माध्यम से अपनी देशभक्ति, एकता और सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान को अभिव्यक्त किया।
यह कार्यक्रम राजकोट मंडल के लिए गौरवपूर्ण रहा और इसने सभी में राष्ट्रप्रेम की भावना को और अधिक प्रबल किया।
राजकोट मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ऑडियो संदेश एवं विशेष उद्घोषणाएं प्रसारित की जा रही हैं, साथ ही स्टेशनों पर लगे एलईडी डिस्प्ले के माध्यम से भी “वंदे मातरम” से संबंधित जानकारी आज से पूरे वर्षभर प्रदर्शित की जाएगी।


