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Digital life certificate: वाराणसी मे डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान हुई गतिमान

Digital life certificate: पेंशनभोगियों को डिजिटल सशक्तिकरण और तकनीकी समावेशन के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) की रफ़्तार हुई तेज

  • Digital life certificate: काशी में चल रहे राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान 4.0 का निरीक्षण करने आज शुक्रवार को पधार रहे रोहित कुमार, वरिष्ठ सलाहकार, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, भारत सरकार
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रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 07 नवम्बर:
Digital life certificate: देश भर में पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से पेंशनभोगियों के लिए राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) अभियान 4.0 का कार्यक्रम चल रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को गोरखपुर में चल रहे डीएलसी अभियान का रोहित कुमार, वरिष्ठ सलाहकार, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, भारत सरकार, ने जायजा लिया। वहीं आज 7 नवम्बर को वे वाराणसी में चल रहे अभियान के निरीक्षण के लिए पधार रहे हैँ.

इस अभियान के निरीक्षण के दौरान रोहित कुमार ने गोरखपुर के शिविरों में जाकर, पेंशनभोगियों से डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक की गोरखपुर मुख्य शाखा, रेलवे कॉलोनी शाखा, ईपीएफओ और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के प्रतिनिधियों के साथ शिविरों में जाकर पेंशनभोगियों को फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का उपयोग करके जीवनप्रमाण पत्र जमा करने में मदद की और उन्हें इस प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

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गौरतलब है कि वर्ष 2021 में शुरू की गई आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के उपयोग को विभाग और अधिक बढ़ावा दे रहा है, जिससे पेंशनभोगी स्मार्टफोन का उपयोग करके अपने घर बैठे आसानी से जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकें। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (डाक विभाग) ने अति वरिष्ठ और दिव्यांग पेंशनभोगियों को डोरस्टेप डीएलसी सेवाएं प्रदान की,

जबकि बैंकों, (Digital life certificate) पेंशनभोगी संघों और क्षेत्रीय कार्यालयों ने जागरूकता शिविर आयोजित किए और ऑन-साइट सहायता प्रदान की। वर्ष 2024 में आयोजित डीएलसी 3.0 में 1.62 करोड़ से भी अधिक डीएलसी जनरेट किए गए, जिनमें से 50 लाख फेस ऑथेंटिकेशन द्वारा जनरेट किए गए।

इस अभियान को जन संचार के सभी के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है, जिससे डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (Digital life certificate) जमा करने के बारे में जागरूकता लगातार बढ़ रही है। एनआईसी डीएलसी पोर्टल के माध्यम से दैनिक प्रगति को ट्रैक किया गया, जिससे बैंकों और विभागों द्वारा जनरेट आंकड़ों की रियल-टाइम निगरानी की जा सकी।

भारतीय स्टेट बैंक, गोरखपुर मुख्य शाखा में पेंशनभोगियों की सुविधा के लिए मुफ्त स्वास्थ्य और नेत्र जांच तथा आधारकार्ड शिवरों का भी आयोजन किया गया, जिससे काफी पेंशनर्स लाभान्वित हुए। डीएलसी कैंप (Digital life certificate) के दौरान सभी बैंकों के उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे। पेंशनभोगियों ने भारत सरकार और बैंकों के संयुक्त तत्वावधान में चलाए जा रहे कैंपों की भूरि भूरि सराहना की।

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