WR freight record in 2022-23: पश्चिम रेलवे ने 2022-23 में अब तक की सबसे अधिक माल ढुलाई हासिल कर बनाया कीर्तिमान, देखें आंकड़े
WR freight record in 2022-23: पश्चिम रेलवे ने लगभग 108 मिलियन टन की माल ढुलाई हासिल की; पिछले साल की तुलना में 23% अधिक
मुंबई, 01 अप्रैलः WR freight record in 2022-23: पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में 108.08 मिलियन टन (MT) की सर्वश्रेष्ठ माल ढुलाई कर एक नया मील का पत्थर पार किया। इसमें पिछले वर्ष की तुलना में 22.9% की भारी वृद्धि दर दर्ज की गई। यह भी उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे ने सभी जोनों के मुकाबले भारतीय रेलवे पर सबसे ज्यादा इंक्रीमेंटल लोडिंग का योगदान दिया है।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी और भविष्य में भी इसी गति को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ये प्रयास राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस वर्ष पश्चिम रेलवे ने पिछले वर्ष के 87.91 मिलियन टन की तुलना में 22.9% की अधिक छलांग लगाई है। इस मील के पत्थर को हासिल करते हुए पश्चिम रेलवे की लोडिंग भारतीय रेलवे के सभी जोनल रेलवे के बीच 20.17 एमटी की उच्चतम इंक्रीमेंटल लोडिंग है।
इस उपलब्धि के साथ, पश्चिम रेलवे 100 एमटी क्लब में नवीनतम प्रवेशी बन गई है और साथ ही विविध वस्तुओं की ढुलाई करने वाली पश्चिम रेलवे कोल लोडिंग में केवल 15.1% हिस्सेदारी के साथ इस क्लब में प्रवेश करने वाला पहला गैर-कोयला बेल्ट का रेलवे जोन हो गया है।
ठाकुर ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में, पश्चिम रेलवे कंटेनर, उर्वरक और खनिज तेल श्रेणियों में भारतीय रेलवे की कुल लोडिंग में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। कंटेनरों की लोडिंग में पश्चिम रेलवे की हिस्सेदारी का योगदान लगभग 34.1%, उर्वरक में 32% और खनिज तेल में 22.8% है। पश्चिम रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में विभिन्न वस्तुओं के लदान में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है।
कोयले की ढुलाई में 136.4% की वृद्धि दर्ज की है, जबकि खाद्यान्नों में 52.8% की वृद्धि देखी गई है। पीओएल उत्पादों की लोडिंग में 24.4%, उर्वरक में 14.2%, सीमेंट में 14%, नमक में 10% और कंटेनर लोडिंग में 8% की वृद्धि हुई है।
ठाकुर ने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में पश्चिम रेलवे ने 19.07 किमी प्रति घंटे (स्टेबलिंग और यार्ड टाइमिंग सहित) की मालगाड़ी-गति हासिल की और इसमें पिछले वर्ष की 17.15 किमी प्रति घंटे की तुलना में 11.2% सुधार हुआ है।
इस नए मील के पत्थर के अलावा, पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में 561.97 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री कर नई ऊंचाई हासिल की है। यह इस रेलवे की अब तक की सर्वाधिक स्क्रैप बिक्री है, जिसने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान हासिल किए गए 537.34 करोड़ रुपये के अपने पिछले रिकॉर्ड को भी पार कर लिया है।
पश्चिम रेलवे ने “मिशन जीरो स्क्रैप” की दिशा में आगे बढ़ते हुए विभिन्न कार्यस्थलों जैसे शेड, वर्कशॉप, डिपो और सेक्शन में पड़े स्क्रैप की पहचान और निपटान के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है।
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