Theosophical society

National conference of the theosophical society: काशी में थियोसाफिकल सोसाइटी के राष्ट्रीय सम्मलेन का शुभारंभ 28 अक्टूबर को

  • सम्मलेन का थीम है.. विश्व बंधुत्व आज की आवश्यकता

National conference of the theosophical society: तीन दिवसीय सम्मलेन में पूरे भारत से सम्मिलित होंगे 800 प्रतिनिधि

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह

वाराणसी, 27 अक्टूबर: National conference of the theosophical society: अंतर्राष्ट्रीय थियोसाफिकल सोसाइटी की भारतीय शाखा के राष्ट्रीय सम्मलेन का शुभारंभ कल (28 अक्टूबर को) होगा। तीन दिवसीय सम्मलेन की जानकारी देते हुए वी के एम की प्राचार्या और आयोजक मंडल की सदस्य प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने बताया कि, सम्पूर्ण कार्यक्रम कमच्छा स्थित सोसाइटी के परिसर में होगा। सम्मलेन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गयीं हैं।

वाराणसी के मध्य में स्थित कमच्छा परिसर में सन 1891 में भारतीय शाखा की स्थापना हुई थी। थियोसॉफिकल सोसायटी के इसी हरे भरे सूरम्य परिसर में 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक थियोसॉफिकल सोसायटी की भारतीय शाखा का 131वां सम्मेलन आयोजित हो रहा है। सम्मेलन का विषय “विश्व बंधुत्व आज की आवश्यकता” है। इस सम्मलेन में पूरे भारत वर्ष से लगभग 800 प्रतिनिधि गण सम्मिलित हो रहे हैं।

प्रोफेसर रचना ने सम्मेलन के थीम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, वसुधैव कुटुंबकम या विश्व बंधुत्व अपने साथ प्रेम का संदेश लेकर आता है। आज का विश्व जो अनेक संघर्षों और विवादों से घिरा हुआ है, तब विश्व बंधुत्व को अपनाना और भी आवश्यक हो गया है। जितना ज्यादा लोगों में भाईचारा और प्रेम होगा उतना ही हमारा विश्व सौहार्द्र और समन्वय से परिपूर्ण होगा। युद्ध का विचार लुप्त हो जाएगा और एक सुंदर धरा की रचना होगी।

इन सब विचारों पर मंथन करने के लिए यह तीन दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से लगभग 800 प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। ये प्रतिनिधि केरल, कर्नाटक, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश ,असम, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात, दिल्ली ,उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश इत्यादि राज्यों से थियोसाफिकल सोसायटी, भारतीय शाखा के कमच्छा स्थित परिसर में एकत्रित हो रहे हैं।

आयोजन से जुड़े प्रदीप महापात्र ने बताया कि, सम्मेलन के दौरान 29 अक्टूबर को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन का उद्बोधन होगा। अन्य सत्रों में प्रोफेसर पी. कृष्णा, डॉ.दीपा पाढ़ी, अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, थियोसॉफिकल सोसायटी, प्रदीप एच. गोहिल , अध्यक्ष, भारतीय शाखा थियोसॉफिकल सोसायटी इत्यादि के व्याख्यान भी आयोजित हैं।

सम्मेलन का शुभारंभ 28 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे प्रदीप एच. गोहिल अध्यक्ष, भारतीय शाखा के स्वागत भाषण से होगा। 29 अक्टूबर को सायं 7 बजे थियोसाफिकल सोसायटी द्वारा संचालित विभिन्न शिक्षण संस्थायें और प्रयास लॉज ,वैशाली द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होगा। कार्यक्रम का समापन 30 अक्टूबर को होगा।

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