Mau smart phones provided: जिले की आशा कार्यकर्ता हुई स्मार्ट, ग्रामीण अंचल की स्वास्थ्य सेवाएं होगी पेपरलेस
Mau smart phones provided: आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन मिलने से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच आम आदमी तक हो जायेगी आसान
रिपोर्टः पवन सिंह
मऊ, 31 दिसंबरः Mau smart phones provided: प्रदेश में अधिकांश सरकारी योजनाएं डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर आ चुकी हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में विधायक विजय राजभर ने जिले की आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन (Mau smart phones provided) दिया। यह कार्यक्रम लखनऊ में मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेशभर की आशाओं को स्मार्टफोन देने के लाइव कार्यक्रम के बाद हुआ। प्रदेश में कुल 1,56,000 आशा कार्यकर्ता हैं, 7700 संगिनी, शहरी क्षेत्रों में 7000 आशा कार्यकर्ता, गर्भवती समेत शिशुओं की जांच, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने में मदद करती हैं।
सीएमओ डॉ श्याम नारायण दुबे ने बताया कि जिले के कुल ग्रामीण और शहरी आशा कार्यकर्ता समेत 2162 संगिनियों में से पहले राउंड में 211 दूसरे राउंड में 698 समेत अब तक कुल 909 स्मार्टफोन (Mau smart phones provided) दिया जा चुका है। शेष बची आशा कार्यकर्ताओं और संगिनियों को जनवरी के आखीर तक उपलब्ध करा दिया जायेगा, जिसके के माध्यम से आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं की जांच, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने में मदद कर सकेंगी। यही नहीं कोरोना के बढ़ते प्रभाव में हर ग्राम सभा स्तर पर तैनात आशा कार्यकर्ता गांव और बस्ती के हालात और जरूरी इलाज दिलाने में भी मदद कर सकेंगी।
इन स्मार्टफोन के माध्यम से वह सीधे अपने सीएचसी व पीएचसी के चिकित्सकों से जुड़ी रहेंगी। बीमारी के हालात के बारे में स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिले के अफसरों को अपडेट दे सकेंगी। आशा कार्यकर्ता कई विभागों से सम्बन्धित जिम्मेदारियों को संभालती हैं। इनके हाथ में स्मार्टफोन आने से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच आम आदमी तक आसान हो जायेगी। इस स्मार्टफोन में डाटा फीड कर अफसरों को आसानी से भेजा भी जा सकेगा। अब आशा कार्यकर्ताओं की प्रतिपूर्ति राशि 750 रुपये से बढ़कर 1500 रुपये प्रतिमाह हो गई है।
डिस्ट्रिक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर संतोष सिंह ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता में जिले की सभी आशा कार्यकर्ताओं और संगिनियों को सरकार द्वारा एप लोड स्मार्ट फोन से लैस करना है। इसमें एक एमडीएम फार्मेट होगा। उस फार्मेट को आशा कार्यकर्ता और संगिनी शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के घर-घर भ्रमण कर गर्भवती महिलाओं की जांच, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने का रिकार्ड रख सकेंगी जिसमें उनके नाम, उम्र, परिजनों का संपर्क सूत्र और स्वाथ्य सम्बंधित अन्य समस्या को भरने का कार्य करेंगी। एप के माध्यम से विभाग को रिपोर्ट करेंगी।
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इसी डाटा के आधार पर एप में दर्ज सभी गर्भवती समेत बच्चों को चिकित्सकीय सुविधाओं को लाभ पहुंचाया जायेगा। डीसीपीएम संतोष सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को बेहतर तरीके से काम करने के लिये 2162 के सापेक्ष सरकार द्वारा उपलब्ध 909 स्मार्टफोन दिया जा चुका है। इस फोन के संचालन के लिये प्रत्येक स्मार्टफोन धारी आशा को 200 रुपये का डेटा सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इससे उनकी जिंदगी कागज विहीन हो जायेगी, इन्हें कागजों के पन्नों में रिकार्ड रखने से छुटकारा मिल जायेगा।
शहरी क्षेत्र की आशा ममता पांडे ने बताया कि स्मार्ट मोबाइल से हम लोगों के जिंदगी भी अब अच्छी हो जाएगी क्योंकि पहले तमाम तरह की जानकारियों को कागज पर नोट करना पड़ता था और उसे साथ में ले जाने में रखरखाव में बहुत समस्या आती थी। अब यह स्मार्टफोन सिस्टम लागू होने से हमारी डाटा ऑनलाइन करने पर मुख्य सर्वर में सुरक्षित रहेगी और जब आवश्यकता पड़ेगी उसे प्रिंट आउट करा कर प्रयोग में लाया जा सकता है।
वही आशा बबीता ने बताया कि स्मार्टफोन से अब हमें पेपर वर्क बहुत नहीं करना पड़ेगा मौके पर ही हम लोग जो आवश्यक डाटा होगा उसे फीड कर लेगी, जो पहले कागज पर नोट कर फिर आकर उसे रजिस्टर पर भरना पड़ता था। जिससे कि बहुत समस्या आती थी समय का नुकसान होता था। सरकार की इस सुविधा से अब हमें अपने परिवार और बच्चों के लिए काफी समय मिल जाएगा।