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Parasailing: आसमान छूने का जज्बा – एनसीसी कैडेट्स ने पैरासेलिंग के जरिए दिखाया अदम्य साहस

Parasailing: बी एच यू मे एन सी सी गर्ल्स बटालियन कैडेट्स की पैरासेलिंग ट्रेनिंग की हुई समापन

बी एच यू के हवाई पट्टी पर एक सप्ताह तक चले 28 यू पी गर्ल्स बटालियन एन सी सी कैडेट्स की पैरासेलिंग प्रशिक्षण मे 600 कैडेट्स हुई शामिल

  • कमांडिंग ऑफिसर कर्नल जी पी सिंह के निर्देशन मे हुये इस प्रशिक्षण मे वी सी डब्लू की अंडर ऑफिसर योगिता शर्मा, रश्मि केशरी आदि ने किया उल्लेखनीय प्रदर्शन

​रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 23 दिसम्बर:
Parasailing: 28 यूपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी वाराणसी ग्रुप ‘A’ के तत्वावधान में सप्ताह व्यापी पैरासेलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलता पूर्वक समापन हुआ. छात्रा कैडेट्स के भीतर साहसिक गतिविधियों के प्रति रुचि जगाने और आत्मविश्वास भरने के उद्देश्य से आयोजित इस भव्य पैरासेलिंग (Parasailing) प्रशिक्षण मे कुल 600 कैडेट्स की उपस्थिति रही. बीएचयू एयर स्ट्रिप (BHU Air Strip) पर आयोजित इस कार्यक्रम में कैडेट्स ने आसमान की ऊंचाइयों को छूकर अपनी निडरता का बखूबी परिचय दिया।

इस पैरासेलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में 28 यूपी गर्ल्स बटालियन से संबद्ध सभी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ गाजीपुर, बलिया और मुगलसराय के विभिन्न कॉलेजों के लगभग 600 कैडेट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। गतिविधि के प्रारंभ में प्रशिक्षकों द्वारा सभी कैडेट्स को पैरासेलिंग से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई और सुरक्षा निर्देशों को स्पष्ट किया गया। कैडेट्स ने इस साहसिक विधा की बारीकियों को न केवल देखा, बल्कि इसे करने के तकनीकी पहलुओं को भी बारीकी से सीखा।

​साहसिक गतिविधि के इस क्रम में वसंत महिला महाविद्यालय (राजघाट) से अंडर ऑफिसर योगिता शर्मा, अंडर ऑफिसर रश्मि केसरी, कॉर्पोरल महिमा यादव व कॉर्पोरल वसुंधरा बिष्ट, आई.ओ.एस. (बीएचयू) से अंडर ऑफिसर अनुष्का मेहता व अंडर ऑफिसर शांभवी श्रीवास्तव और सनबीम से सिदरा सुल्तान सहित अन्य कैडेट्स ने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया। ​पूरे कार्यक्रम का संचालन कर्नल जी.पी. सिंह (कमांडिंग ऑफिसर) के कुशल निर्देशन में हुआ।

उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि, “साहस केवल डर की अनुपस्थिति नहीं है, बल्कि उस पर विजय पाना है। एनसीसी युवाओं के व्यक्तित्व में नेतृत्व के गुणों को समाहित करने का एक सशक्त माध्यम है और ऐसी गतिविधियाँ कैडेट्स को मानसिक रूप से मजबूत बनाती हैं ताकि वे भविष्य में राष्ट्र की हर चुनौती का सामना कर सकें।”

​अवसर पर मेजर संगीता ने कैडेट्स के जज्बे की सराहना करते हुए कहा कि, “आज की महिला कैडेट्स किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। पैरासेलिंग जैसी चुनौतीपूर्ण गतिविधि में आपकी भागीदारी यह दर्शाती है कि दृढ़ निश्चय और सही प्रशिक्षण से आप किसी भी ऊंचाई को प्राप्त कर सकती हैं।

अनुशासन और एकाग्रता ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति है।”​अवसर पर वरिष्ठ जी.सी.आई. अनीता सैनी, सूबेदार मेजर गुरुंग और बी.एच.एम. संतोष कुमार उपस्थित रहे, जिन्होंने कैडेट्स को सुरक्षा मानकों और तकनीकी बारीकियों से अवगत कराते हुए उनका मार्गदर्शन किया। गाजीपुर और बलिया जैसे क्षेत्रों से आए कैडेट्स के लिए यह एक यादगार अनुभव रहा।

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