Varanasi Ponds: वाराणसी के तीन महत्वपूर्ण तालाबों का किया जायेगा पूनरुत्थान
Varanasi Ponds: वी डी ए उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा ने तालाब पुनरुत्थान कार्यों का किया समीक्षा और दिये महत्वपूर्ण निर्देश
- Varanasi Ponds: कर्मदेश्वर महादेव मंदिर तालाब, कंदवा तालाब और कंचन पुर तालाब के पुनर्जीवन हेतु किया गया गहन स्थालीय निरीक्षण

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 20 नवम्बर: Varanasi Ponds: वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित “तालाबों का पारिस्थितिक पुनरुत्थान एवं सौंदर्यीकरण परियोजना” के अंतर्गत उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा ने तीन महत्वपूर्ण तालाबों—कर्दमेश्वर महादेव मंदिर के अपस्ट्रीम स्थित तालाब, कंदवा तालाब तथा कंचनपुर तालाब—का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया. यह परियोजना शहर में जल संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन तथा शहरी सुंदरीकरण को प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है।
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों के साथ प्रस्तावित विकास कार्यों की व्यवहार्यता, तकनीकी आवश्यकताओं तथा स्थल की स्वाभाविक संरचना का सूक्ष्म परीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कार्य नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस के सिद्धांतों के अनुरूप किए जाएँ, जिससे तालाब अपने मूल, प्राकृतिक स्वरूप में पुनर्जीवित हो सकें। उन्होंने कहा कि जल निकायों के पुनरुद्धार के दौरान स्थानीय जल-धाराओं, भू-जल रिचार्ज प्रणाली एवं जैव विविधता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि इनका संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित हो सके।
तालाबों का अनुमानित क्षेत्रफल
- कर्दमेश्वर अपस्ट्रीम तालाब – 3000–3500 वर्गमीटर
- कंदवा तालाब – 2500–3000 वर्गमीटर
- कंचनपुर तालाब – 2000–2500 वर्गमीटर
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उपाध्यक्ष श्री बोरा ने निर्देश दिया कि डिसिल्टिंग, डी-वीडिंग, तलछट साफ़ करने, कचरा निष्कासन तथा जल निकासी तंत्र को सुव्यवस्थित करने जैसे प्रारम्भिक कार्य समयबद्ध रूप से पूरे किए जाएँ, ताकि तालाबों की जल धारण क्षमता में वृद्धि हो सके। साथ ही, कैचमेंट क्षेत्र में अनियमित जल प्रवाह व बाहरी प्रदूषण को रोकने हेतु वैज्ञानिक सर्वेक्षण एवं आवश्यक संरचनात्मक सुधार करने के निर्देश दिए।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएँ
- डिसिल्टिंग, डी-वीडिंग एवं सिल्ट ट्रैप निर्माण
- नालों से आने वाले प्रदूषकों की रोकथाम हेतु प्राकृतिक फ़िल्टर बेड एवं फ्लोटिंग वेटलैंड्स
- इन-सीटू जल उपचार तकनीकों से जल गुणवत्ता सुधार
- भू-जल एवं प्राकृतिक जलधारा कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करना
- हार्डस्केप–सॉफ्टस्केप, पथ, लाइटिंग एवं जन-सुविधा विकास
परियोजना का मुख्य उद्देश्य तालाबों की पारिस्थितिक क्षमता को पुनर्स्थापित करना, जल गुणवत्ता में सुधार लाना तथा इन क्षेत्रों को सुरक्षित, स्वच्छ एवं सौंदर्यपरक सार्वजनिक स्थल के रूप में विकसित करना है। उपाध्यक्ष श्री पूर्ण बोरा ने कहा कि परियोजना पूर्ण होने पर ये तालाब न केवल पर्यावरणीय रूप से सशक्त होंगे, बल्कि स्थानीय नागरिकों के लिए आकर्षक, शांतिपूर्ण एवं जन-उपयोगी स्थल के रूप में विकसित होंगे। उन्होंने समस्त अधिकारियों को कार्यों को उच्च गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।


