काशी तमिल संगमम KTS-4 के आयोजन के पूर्व जागरूकता हेतु हुआ संगीत कार्यक्रम
KTS-4: 2 दिसंबर से शुरू होने वाले संगमंम की जागरूकता हेतु संकट मोचन मंदिर में बीएचयू के विद्यार्थियों द्वारा हुआ आकर्षक संगीत समारोह
- काशी तमिल संगमम एक सांस्कृतिक वार्षिक आयोजन है. यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गत चार वर्षों से सफलता पूर्वक किया जा रहा है आयोजित
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 18 नवम्बर: KTS-4: आगामी 2 से 15 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहे काशी तमिल संगमम (KTS-4) के अंतर्गत पूर्व-कार्यक्रम गतिविधियों के तहत संकट मोचन मंदिर में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, संगीत एवं मंच कला संकाय के विद्यार्थियों द्वारा संगीत समारोह आयोजित किया गया। समारोह का उद्देश्य लोगों को काशी तमिल संगमम के बारे में जागरूक करना था, जो 2 दिसंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहा है।
संगीत समारोह की शुरुआत मनमोहक भजन से हुई। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित काशी तमिल संगमम-4 आयोजन समिति के सदस्य आनंद श्रीवास्तव के अलावा काशी हिंदू विश्वविद्यालय के समन्वयक (ओवरऑल कोऑर्डिनेटर) डॉ. नीरज त्रिपाठी, संयुक्त कुलसचिव, व गायक प्रदीप पाण्डेय, छात्रगण आदि शामिल थे। कलाकारो ने अपनी मनोरम भजन प्रस्तुति से मंदिर में उपस्थित सैकड़ो श्रद्धालुओं को मुग्ध कर दिया।
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विदित है कि काशी तमिल संगमम, एक वार्षिक आयोजन है, इसमे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और गतिविधियाँ शामिल होंगी। लगभग 1500 व्यक्ति सात समूहों में वाराणसी आएंगे, और इसके अतिरिक्त लगभग 50 तमिल भाषा के शिक्षक भी आएंगे जो शहर के विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों में तमिल पढ़ाने के लिए वाराणसी में रहेंगे।
कार्यक्रम के अनुसार, प्रत्येक समूह वाराणसी में दो दिन रहेगा और उसके बाद क्रमशः प्रयागराज और अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगा।
आईआईटी मद्रास और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय KTS के क्रियान्वयन के लिए अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से नोडल संस्थान बनाए गये है।


