Agricultural scientists of BHU: बी एच यू के क़ृषि वैज्ञानिकों ने तैयार किया धान की उत्कृष्ट किस्में
Agricultural scientists of BHU: मालवीया सोना धान और मालवीया आदम चीनी धान परी क्षण हेतु तैयार
- कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने किया बीएचयू के चावल प्रजनन अनुसंधान प्रक्षेत्र का निरीक्षण

रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 25 अक्टूबर: Agricultural scientists of BHU: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के क़ृषि वैज्ञानिकों ने धान की उत्कृष्ट किस्में तैयार की हैं. मालवीय सोना धान और मालवीय आदम चीनी धान परिक्षण हेतु तैयार हैं. कुलपति प्रो० अजित कुमार चतुर्वेदी ने आनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग, कृषि विज्ञान संस्थान के विभागाध्यक्ष प्रो० श्रवण कुमार सिंह के नेतृत्व में चल रहे चावल प्रजनन अनुसंधान प्रक्षेत्र का निरीक्षण किया।
यह चावल प्रजनन अनुसंधान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय चावल की किस्में विकसित करने के लिए जाना जाता है। हाल ही में विकसित और रिलीज की गई किस्म ‘मालवीया मनीला सिंचित धान-1 (MMSD-1)’ अपने उत्कृष्ट गुणों के कारण किसानों के बीच अत्यंत लोकप्रिय हो रही है। यह किस्म रोपाई विधि तथा सीधी बुवाई विधि (डीएसआर), दोनों में बेहतर प्रदर्शन करती है। डीएसआर विधि में यह 105 दिनों में तथा रोपाई विधि में 115–118 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
इसकी उपज क्षमता 55–60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है तथा इसका दाना पतला, लंबा और उच्च गुणवत्ता वाला है। यह किस्म बीएचयू एवं अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (IRRI), फिलीपींस, के वाराणसी केंद्र तथा हैदराबाद केंद्रों के संयुक्त सहयोग से विकसित की गई है।
भ्रमण के दौरान प्रो० सिंह ने कुलपति प्रो चतुर्वेदी को बीएचयू द्वारा विकसित की गई विभिन्न चावल की लोकप्रिय किस्में दिखाईं। कुलपति ने आगामी समय में रिलीज होने वाली नई किस्मों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रो० श्रवण कुमार ने बताया कि इस वर्ष बीएचयू की कुल 14 नई चावल किस्मों का भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) नई दिल्ली (ICAR) द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में परीक्षण कराया जा रहा है, जिनमें से 3 किस्में परीक्षण के अंतिम चरण में हैं। बीएचयू ने आगामी वर्ष के लिए भी कई नई किस्में परीक्षण हेतु तैयार की हैं, जिनमें प्रमुख हैं ‘मालवीया सोना धान’ तथा ‘मालवीया आदम चीनी’।
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कुलपति ने प्रो० सिंह तथा उनकी कठोर परिश्रमी टीम को उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी तथा विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रो० श्रवण कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्य कर रही चावल प्रजनन अनुसंधान टीम में प्रमुख वैज्ञानिक डॉ० कुमारी शिखा, डॉ० आकांक्षा सिंह, डॉ० पांडुरंग अरसोड भगवान, तथा उनके शोधार्थी अंजुला कृष्णा, प्रस्तुति भट्टाचार्या, प्रशांत कुमार शर्मा, ऋतिक बिसाने, लोपामुद्रा, तथा मिताली श्रीवास्तव शामिल हैं।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान संस्थान के संकाय प्रमुख, सह-प्रभारी निदेशक यू. पी. सिंह के अलावा कृषि प्रक्षेत्र के आचार्य प्रभारी प्रो. मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद थे.


