Bharat Innovation Conclave: बीएचयू में दो दिवसीय भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव मे जुटे सैकड़ों वैश्विक निवेशक
Bharat Innovation Conclave: साधारण और सामान्य से दिखने वाले आइडिया भी बहुत बड़े व्यवसाय बन जाते हैं: कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी
- अटल इंक्यूबेशन सेंटर के 7 वीं वर्षगाँठ पर आयोजित राष्ट्रीय काँक्लैव मे 200 से ज्यादा स्टार्टअप के साथ लगभग 2500 प्रतिभागियों ने की भागीदारी
- प्रबंधशास्त्र संस्थान के निदेशक प्रो आशीष बाजपेयी ने देश विदेश से आये निवेशकों एवं प्रतिभागियों का किया स्वागत
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 19 सितम्बर: Bharat Innovation Conclave: भारत के नवाचार और उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को एक नई ऊँचाई पर ले जाने के उद्देश्य से आयोजित भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव 2025 का शानदार आगाज़ हुआ. स्वतंत्रता भवन, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विशाल आडिटोरियम में 200 से ज्यादा स्टार्टअप के साथ लगभग 2500 प्रतिभागियों की हुई भागीदारी. अटल इनक्यूबेशन सेंटर – बीएचयू (AIC-BHU) की 7 वीं वर्षगांठ पर आयोजित भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव के मुख्य अतिथि एन एस सी के गौरव मोटवानी तथा समारोह की अध्यक्षता किया कुलपति प्रो अजित कुमार चतुर्वेदी ने.
स्वागत करते हुए प्रबंध शास्त्र संस्थान के निदेशक प्रो आशीष बाजपेयी ने कहा कि, दो दिवसीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत की उद्यमिता भावना का उत्सव मनाना और उसे सशक्त बनाना है। यह कॉन्क्लेव स्टार्टअप्स, निवेशकों, उद्योग विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाकर नवाचार के क्षेत्र में सार्थक संवाद स्थापित करेगा। फिनटेक, कृषि, पर्यटन एवं संस्कृति, फूडटेक, स्वास्थ्य, क्लीनटेक और रचनात्मक उद्योग जैसे विविध क्षेत्रों को केंद्र में रखकर, यह आयोजन वास्तविक चुनौतियों के समाधान और सतत विकास के नवीन विचारों को प्रदर्शित करेगा।
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समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि कई बार साधारण और सामान्य से दिखने वाले आइडिया भी बहुत बड़े व्यवसाय बन जाते हैं। नवोदित उद्यमियों को संबोधित करते हुए प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि, भारत में आज नवाचार और उद्यमिता की एक मौन क्रांति चल रही है। यह क्रांति इस बात की ओर संकेत करती है कि अब व्यवसाय को केंद्र में लाना होगा। उन्होंने कहा कि नए व्यवसाय रोज़गार देंगे, सरकार को टैक्स देंगे, और सरकार की रक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा में निवेश की क्षमता को बढ़ाएंगे।

सम्मेलन के बारे में कुलपति ने कहा कि यह ऐसा मंच है जहाँ स्टार्टअप्स की आवाज़ें, निवेशकों की दृष्टि, नीति निर्माताओं की समझ और उद्योग विशेषज्ञों का अनुभव एक सूत्र में बंधकर भारत के विकास की नई दिशा तय करेगा। इस कॉन्क्लेव के माध्यम से हम युवाओं को न केवल प्लेटफॉर्म दे रहे हैं, बल्कि उनके विचारों को निवेश, मार्गदर्शन और बाजार तक पहुँचाने का अवसर भी। पिचिंग सेशन, एक्सपो, पैनल चर्चाएँ — ये केवल घटनाएँ नहीं, बल्कि भारत के आर्थिक भविष्य के निर्माण के प्रयास हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गौरव मोटवानी, मुख्य प्रबंधक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस प्रकार के आयोजन, खासकर जब नवाचार केंद्रों द्वारा आयोजित किए जाते हैं, तो केवल तकनीक और उत्पादों के प्रदर्शन के लिए नहीं होते। इनका उद्देश्य वास्तविक समस्याओं का समाधान ढूंढना, लोगों को सशक्त बनाना और देश की स्थायी प्रगति को सुनिश्चित करना होता है। उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि भारत वह स्थान बने जहाँ नवाचार की शुरुआत होती है। श्री मोटवानी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने संभावनाओं की एक नई ज़मीन तैयार की है । यहां स्टार्टअप्स जो बदलाव ला रहे हैं, यंग माइंड्स जो विश्वस्तरीय समाधान बना रहे हैं, और एक ऐसा आत्मनिर्भर भारत जो आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है।
भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव के अध्यक्ष डॉ. राजकिरण प्रभाकर ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते इनोवेशन इकोसिस्टम में से एक बन चुका है। हमारे स्टार्टअप्स आज फिनटेक, हेल्थटेक, एग्रीटेक, एनर्जी जैसे क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। लेकिन, अभी भी दृष्टि और अवसर के बीच, युवा प्रतिभा और संसाधनों के बीच, शक्तिशाली विचारों और उन्हें मिलने वाले निवेश के बीच अंतर साफ दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि इसी अंतर को भरने के लिए भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है।
प्रो. पी. वी. राजीव, निदेशक और आचार्य प्रभारी, अटल इनक्यूबेशन सेंटर, ने केन्द्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य एक लाख से अधिक जॉब मुहैया कराना है, जिसमें से लगभग बीस हज़ार जॉब अब तक मुहैया कराई जा चुकी हैं।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया गया। प्रो. आशीष बाजपेयी, निदेशक, प्रबंध शास्त्र संस्थान ने अतिथियों और सभागार मे उपस्थित गणमान्य जन का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. एस. के. दुबे, संकाय प्रमुख, प्रबंध शास्त्र संकाय ने किया। संचालन डॉ. अनिन्दिता चक्रवर्ती, सहायक आचार्य, प्रबंध शास्त्र संस्थान ने किया।
कार्यक्रम में 200 से अधिक स्टार्टअप्स ने हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रम स्थल पर 150 से अधिक प्रदर्शनी बूथ लगाए गए हैं। इस आयोजन में लगभग 2500 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। 30 से अधिक वैश्विक निवेशक, 20 से अधिक नीति निर्माताओं से सजा भारत इनोवेशन कॉन्क्लेव देश के सबसे बड़े स्टार्टअप एवं एमएसएमई इवेंट्स में से एक है।
आयोजन के प्रमुख आकर्षण केन्द्र पैनल चर्चाएँ एवं विशेषज्ञ व्याख्यान, स्टार्टअप पिचिंग सेशन्स, स्टार्टअप एक्सपो, लाइव उत्पाद प्रदर्शन और निवेश एवं साझेदारी के अवसर हैं। स्वतंत्रता भवन के अलावा सेन्ट्रल डिस्कवरी सेंटर के अटल इन्क्यूबेशन सेंटर इकाईं में कार्यक्रम की गतिविधियों का आयोजन किया गया है।
प्रो. पी.वी. राजीव, डॉ. नंदलाल, प्रबंधक परिषा मालू, कार्यकारी अधिकारी श्रेया महर्षि एवं पंकज कुमार आदि का आयोजन को सफल बनाने मे विशेष योगदान रहा.
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