Deity of Maharishi Patanjali: काशी में शङ्कराचार्य ने नागकूप को सौंपा महर्षि पतंजलि का विग्रह
Deity of Maharishi Patanjali: ब्रह्मलीन सद्गुरुदेव महाराज की इच्छा पूर्ण कर हो रहा संतोषः शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती
रिपोर्टः डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 01 फरवरीः Deity of Maharishi Patanjali: ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती “1008” ने ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज की इच्छानुसार महर्षि पतंजलि का विग्रह नागकूप में स्थापित करने हेतु आज कुंदन पांडेय और राजीव पांडेय को समर्पित किया।
उक्त जानकारी देते हुए पूज्यपाद शङ्कराचार्य महाराज के मीडिया प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि, ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज की इच्छा थी कि, नागकुप में महर्षि पतंजलि का विग्रह स्थापित हो।
ब्रह्मलीन शङ्कराचार्य महाराज की इस इच्छा की पूर्ति हेतु पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती महाराज ने ओडिशा से विशेष काले पत्थर का करीब 5 कुंतल का महर्षि पतंजलि का अद्भुत विग्रह बनवाकर काशी मंगवाया था। आज शङ्कराचार्य घाट स्थित श्रीविद्यामठ में इस विग्रह को नागकुप में स्थापित करने हेतु समर्पित कर दिया।
इस अवसर पर पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर शङ्कराचार्य महाराज ने कहा कि. हमें अपने पूज्यपाद ब्रह्मलीन गुरुदेव महाराज की इच्छा को पूर्ण कर अत्यंत संतोष का अनुभव हो रहा है। साथ ही पूज्यपाद शंकराचार्य महाराज ने कहा, सनातनधर्म में महर्षि पतंजलि का विशेष स्थान रहा है और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
इस अवसर पर ब्रम्ह्चारी परमात्मानंद, मीडिया प्रभारी सजंय पांडेय, कुंदन पांडेय, राजीव पांडेय, अविनाश, रामचन्द्र सिंह, सुजाना बहन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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