Chandogan workshop in Varanasi: वाराणसी में छन्दोगान कार्यशाला का समापन समारोह संपन्न
Chandogan workshop in Varanasi: वी के एम में आयोजित 15 दिवसीय कार्यशाला के समापन पर डॉ गायत्री प्रसाद पाण्डेय ने दिया सारगर्भित व्याख्यान
रिपोर्ट: डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 15 जुलाई: Chandogan workshop in Varanasi: वसंत कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय कमच्छा में पंद्रह दिवसीय कार्यशाला का सम्पूर्ति समारोह सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ गायत्री प्रसाद पाण्डेय थे।
कार्यशाला के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की प्रस्तुतियों से अभिभूत पीसीएस अधिकारी डॉ.गायत्री प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि, जीवन में अनवरत अनुशासनपूर्ण गतिशीलता के लिए छन्दों की तरह लयबद्धता अनिवार्य है। कुशल प्रशिक्षण से छात्रों में गुणात्मकता का विकास करना आदर्श शिक्षक अपना कर्तव्य समझते हैं। उन शिक्षकों पर समाज को गर्व होना चाहिये।
सम्मानित अतिथि पद से धीरेन्द्र महिला महाविद्यालय से पधारी डाॅ॰ सारिका मिश्रा ने कहा-छंदों के शुद्ध पाठ से ही देववाणी संस्कृत के सौन्दर्य को समझा जा सकता है। प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने यू.एस.ए.से शुभकामनायें प्रेषित कीं। कार्यकारी प्राचार्या डाॅ॰ शान्ता चटर्जी ने अध्यक्ष पद से बोलते हुए कार्यशाला की सफलता पर सन्तोष व्यक्त किया।
स्वागत करते हुए डाॅ॰ मंजू कुमारी राय ने छन्दःशास्त्र की अगाधता की चर्चा की। प्रतिभागियों को आशीर्वाद देते हुए कार्यंशाला की सूत्रधार प्रख्यात विद्वान, गङ्गा रत्न आचार्या कमला पाण्डेय ने प्रतिभागियों से इस परम्परा को निरन्तर आगे बढ़ाने की अपील की। संचालन करते हुए डाॅ॰ तृप्ति ने अच्छे शिक्षकों की प्राप्ति अपना सौभाग्य बताया।
धन्यवाद देते हुए डाॅ॰ प्रियंका पाठक ने छंदःशास्त्र को वाग्देवी का वरदान कहा। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, जक्खिनी एवं वसन्त कन्या महाविद्यालय की प्रतिभागियों ने आरम्भ में वैदिक एवं श्यामला दण्डकम् से मङ्गलाचरण किया गया। संस्कृत गौरवगान, आमन्त्रण गीत, कालीस्तुति, शिवस्तुति, व्रजाष्टक, वर्षागीत, प्रेरणागीत इत्यादि प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर स्रग्विणी,उपजाति, पंचचामर, शार्दूलविक्रीडितम्, भुजङ्गप्रयात आदि शास्त्रीय छन्दों के साथ साथ कजरी आदि गीतों की सस्वर प्रस्तुति हुई. बंगाल से समागत सौरव नाइन और जयन्त मण्डल ने कार्यशाला का अपूर्व अनुभव बताया।
कार्यशाला में एक अक्षर से दण्डक छन्द तक के पाठ का प्रशिक्षण दिया गया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, गाजीपुर, जक्खिनी एवं वसन्त कन्या महाविद्यालय के सभी कार्यशाला प्रतिभागियों ने मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
क्या आपने यह पढ़ा… Delhi Flood Alert: बाढ़ से निपटने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक
देश की आवाज की खबरें फेसबुक पर पाने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें